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यूपी में ब्लॉक प्रमुख के 825 पदों पर सत्ता-विपक्ष में जोर आजमाइश की गुंजाइश

लखनऊउत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव खत्म होने के साथ ही ब्लॉक प्रमुख के पदों पर भी चुनाव की अधिसूचना राज्य निर्वाचन आयोग ने जारी कर दी है। गोंडा के मुजहना ब्लॉक को छोड़कर 825 ब्लॉक के प्रमुखों के लिए चुनाव 10 जुलाई को होगा। इसके लिए भी सत्ता और विपक्ष के बीच जोर-आजमाइश की गुंजाइश है। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि 8 जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक नामांकन होगा। इसके बाद उसी दिन पर्चे की जांच भी की जाएगी। 9 जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक नाम वापस लिया जा सकेगा। 10 जुलाई को 11 बजे से 3 बजे तक मतदान होगा। 3 बजे के बाद मतगणना होगी। जनता से चयनित 75845 क्षेत्र पंचायत सदस्य अपने-अपने ब्लॉक में मुखिया चुनेंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष की तरह ही ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भी सत्ता और विपक्ष के बीच कुर्सी को लेकर खूब जोर-आजमाइश होने की उम्मीद है। 2015-16 में प्रदेश में 816 पदों पर चुनाव हुए थे। इसमें 385 ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध चुन लिए गए थे। एसपी ने कुल 623 ब्लॉकों में अपना प्रमुख निर्वाचित होने का दावा किया था। जिला पंचायत अध्यक्ष में एसपी का रेकॉर्ड तोड़ने के बाद बीजेपी की नजर अब ब्लॉक प्रमुख के पदों पर है।

अब ब्लॉक प्रमुख सीटों पर सियासी दलों की नजरें यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव होने के बाद अब सियासी दलों की रणनीति ब्लॉक प्रमुखों की सीट फतह करने की है। बीजेपी ने कैंडिडेट बनने की चाह रखने वालों से नाम का पैनल मांग लिया है। हालांकि काफी लोगों ने पहले से अपनी दावेदारी कर रखी है। बीजेपी जल्द कैंडिडेट की लिस्ट जारी करेगी। बीजेपी ने नए जिला पंचायत अध्यक्षों को किसानों को साधने का जिम्मा भी दिया है। इसी के साथ समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बड़ी हार की वजह जानने के लिए हर जिले से रिपोर्ट तलब की है। जिलाध्यक्षों से कहा गया है कि हम क्यों हारे इसका स्पष्ट कारण बताएं। वहीं, कांग्रेस ब्लॉक प्रमुख से इतर विधानसभा चुनाव के लिए कैंडिडेट चयन में जुट गई है। उसने चुनाव लड़ने वालों से आवेदन मांगे है।वेस्ट यूपी के बीजेपी के अध्यक्ष मोहित ने नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों को शनिवार को क्षेत्रीय कार्यालय पर कहा कि किसानों पर खास ध्यान दें। गांवों में विकास कराएं। कृषि कानून के फायदे गिनाएं। ब्लॉक प्रमुख के लिए जमीन तैयार करें। जिला पंचायत अध्यक्ष की तरह ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी ज्यादातर सीटों पर कमल खिलाना है। उधर, जिला पंचायत अध्यक्ष की जीत से उत्साहित बीजेपी ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में ताकत झोंक दी है।

मेरठ के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने अपने दो दिवसीय दौरे पर ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नेताओं से अलग से बात की और जीत की रणनीति बताई।कांग्रेस अब विधानसभा चुनाव के कैंडिडेट की तलाश मेंपंचायत चुनाव में कांग्रेस को ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य के लिए खास सफलता नहीं मिली। वेस्ट यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में वह एक भी कैंडिडेट नहीं उतार सकी। ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भी सरगर्मी नहीं दिख रही है। शनिवार को लखनऊ और मथुरा के वर्करों से प्रियंका ने बात की। इसी के साथ मेरठ समेत वेस्ट यूपी की सभी विधानसभा सीटों पर संभावित कैंडिडेट के दावेदारों के नाम मांगे हैं। मेरठ महानगर अध्यक्ष जाहिद अंसारी के मुताबिक मेरठ शहर, मेरठ कैंट और मेरठ दक्षिण सीट के लिए जल्द पैनल बनाकर हाईकमान को भेजा जाएगा।RLD ने ब्लॉक प्रमुख के चुनाव पर ध्यान देने के निर्देश दिएआरएलडी ने शनिवार को वेस्ट यूपी के आठ जिलो के जिलाध्यक्षों को हटाया है।

जिला पंचायत अध्य़क्ष चुनाव में बेहतर काम नहीं करने के कारण गाज गिरी थी। कई अन्य पदाधिकारियों को भी हटाया है। अब हर जिले में कहा गया है कि ब्लॉक प्रमुख के चुनाव पर ध्यान दें। जिताऊ कैंडिडेट को तलाशे और ज्यादा से ज्यादा ब्लॉक प्रमुख जिताएं।गौतमबुद्धनगर में तीन सीटों के लिए होगा ब्लॉक प्रमुख का चुनावगौतमबुद्ध नगर में बिसरख, दादरी व जेवर में ब्लाक प्रमुख बनेंगे। हालांकि अभी किसी भी दल ने प्रमुख पद के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। जेवर ब्लॉक प्रमुख का पद इस बार अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित होगा। बिसरख व दादरी ब्लॉक का पद अनारक्षित हैं। बिसरख ब्लॉक में 38 बीडीसी सदस्य प्रमुख का चुनाव करेंगे। दादरी में 47 बीडीसी प्रमुख पद का चुनाव करेंगे, जबकि जेवर में 34 बीडीसी प्रमुख चुनेंगे। हालांकि जेवर ब्लॉक का प्रमुख पद आरक्षित होने के कारण के प्रत्याशी मैदान में कूद पड़े हैं। सांकेतिक तस्वीर

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