कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए विशेषज्ञ वैक्सीनेशन पर जोर दे रहे हैं। अभी तक गर्भवतियों को वैक्सीन नहीं लग रही थी। पखवाड़े भर पहले केंद्र सरकार ने प्रसूताओं को भी वैक्सीनेशन की अनुमति दे दी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इनमें टीकाकरण के प्रति हिचक दूर करने के लिए सभी महिला अस्पतालों में काउंसिलिंग शुरू कर दी। अब इसका परिणाम भी देखने को मिल रहा। झलकारी बाई महिला अस्पताल में पांच माह की गर्भवती आशिका ने पहला टीका लगवाया। स्वास्थ्य विभाग को उम्मीद है कि अब अन्य गर्भवती महिलाएं भी इसके लिए आगे आएंगी और राजधानी तीसरी लहर से मजबूती से मुकाबला कर पाएगी।
झलकारी बाई महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डा. रंजना खरे बताती हैं, सामान्य महिलाओं की अपेक्षा प्रसूताओं में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए भी उनका टीकाकरण जरूरी है। अस्पताल में गर्भवतियों के लिए वॉक इन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है। जो भी गर्भवती टीका लगवाना चाहती हैं, वह आ सकती हैं। मौके पर ही जांच, रजिस्ट्रेशन और उसके बाद टीकाकरण किया जाएगा। उधर, लोकबंधु अस्पताल में गर्भवतियों के वैक्सीनेशन के लिए अलग बूथ बनाया गया है। चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय शंकर ने बताया कि महिलाओं के वैक्सीनेशन के लिए अलग बूथों की व्यवस्था है, उनमें से एक बूथ पूर्णतया गर्भवतियों के टीकाकरण के लिए है। कुछ गर्भवती भी टीकाकरण के लिए आगे आई हैं।
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