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केंद्रीय मंत्री बने अजय मिश्र? जिनके बहाने 2022 में ब्राह्मण वोटरों को लुभाने की है तैयारी

हाइलाइट्स:बुधवार शाम हुआ मोदी कैबिनेट का विस्तार, 43 मंत्रियों ने ली शपथUP की खीरी लोकसभा सीट से सांसद अजय मिश्र ‘टेनी’ बने राज्यमंत्रीखीरी लोकसभा सीट से 2019 में लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं टेनीक्षेत्र में एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरा हैं अजय, 2022 में जीत दिलाने का दारोमदारलखीमपुर-खीरीमोदी सरकार के जिस कैबिनेट विस्तार (Modi Cabinet news) का सबको बेसब्री से इंतजार था, वह आखिरकार संपन्न हो गया है। बुधवार शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में हुए शपथ ग्रहण समारोह में 43 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इनमें उत्तर प्रदेश की खीरी लोकसभा सीट से सांसद अजय कुमार मिश्र ‘टेनी’ (Ajay Mishra Teni) का भी नाम है। अजय मिश्र ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है।2019 में सवा दो लाख वोटों के रेकॉर्ड अंतर से जीतेअजय मिश्र (Who is Ajay Mishra Teni) खीरी लोकसभा सीट से 2019 में लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं।

इससे पहले वह 2012 के विधानसभा चुनाव में लखीमपुर-खीरी की निघासन सीट से चुने गए थे। हालांकि 2014 में बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया और खीरी लोकसभा सीट से टिकट दिया। उन्होंने करीब 1 लाख 10 हजार मतों के अंतर से बीएसपी के उम्मीदवार अरविंद गिरि को हराया। 2019 के चुनाव में भी उन्होंने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और समाजवादी पार्टी की पूर्वी वर्मा को रेकॉर्ड सवा दो लाख मतों से हराया।वकालत की पढ़ाई की, पब्लिक अकाउंट्स कमिटी के सदस्यअजय मिश्र 25 सितंबर 1960 को लखीमपुर-खीरी के निघासन में बनबीरपुर में जन्मे।

उन्होंने बीएससी और एलएलबी तक पढ़ाई की है। उनके पिता का नाम अंबिका प्रसाद मिश्रा है। अजय मिश्र की पत्नी का नाम पुष्पा मिश्रा है। उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। 2019 में दोबारा चुने जाने के बाद से वह पब्लिक अकाउंट्स कमिटी और फूड, कंज्यूमर अफेयर्स और पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन कमिटी के सदस्य हैं।साफ-सुथरी छवि और ब्राह्मण चेहरा होने का मिला फायदाटीम मोदी में जगह मिलने के पीछे एक वजह तो उनकी साफ-सुथरी छवि और लंबे समय से संघ परिवार से जुड़ाव और दूसरा क्षेत्र में एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरा होना माना जा रहा है। दरअसल लखीमपुर-खीरी, शाहजहांपुर, पीलीभीत, सीतापुर, बहराइच जैसे जिलों में ब्राह्मण वोटर अच्छी-खासी तादाद में हैं और टेनी को केंद्रीय मंत्री बनाने का फायदा 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल सकता है।

संसद रत्न पाने वाले यूपी के पहले सांसदअजय मिश्र टेनी को हाल ही में संसद रत्न सम्मान दिया गया है। साल 2010 में शुरू हुआ यह सम्मान सांसद की सदन में उपस्थिति, आचरण, उसकी सक्रियता और कार्यक्षमता जैसी अनेक बातों को देखकर दिया जाता है। यह सम्मान पाने वाले टेनी यूपी के पहले सांसद हैं। देश के 23 सांसद अब तक यह सम्मान पा चुके हैं। अजय मिश्र सदन में तकरीबन सौ फीसदी उपस्थिति, जनहित के मुद्दों को सदन में उठाने और अपने संसदीय क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं।अजय मिश्र के केंद्रीय मंत्री बनने से खुश खीरी के लोगअजय मिश्र के मंत्री बनने की खबर लगते ही लखीमपुर के शाहपुरा कोठी स्थित उनके घर पर लोगों का जमावड़ा लगने लगा। लोगों ने ढोल-नगाड़ों के बीच एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर अपने सांसद के केंद्रीय मंत्री बनने का जश्न मनाया।

लखीमपुर निवासी कोमल शर्मा ने कहा, ‘अजय भइया ने जमीन से उठकर जीवन में काफी संघर्ष किया और राष्ट्रीय राजनीति में अपनी जगह बनाई है। संसद में उनकी उपस्थिति इसकी गवाह है कि वह अपने काम को लेकर कितने गंभीर हैं। हाल ही में उन्हें संसद रत्न भी मिला था।’ स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ता रवि प्रताप सिंह ‘डंपी’ ने कहा कि लखीमपुर के लोगों को 2019 में ही उम्मीद थी कि टेनी भइया को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। हालांकि 2 साल देरी से ही सही, उन्हें टीम मोदी में जगह मिल गई और यह पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता के लिए गर्व की बात है।