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गंगा एक्सप्रेस-वे में उन्नाव के 76 गांव प्रभावित, अक्टूबर से शुरू हो सकता है कार्य

उन्नावगंगा एक्सप्रेस-वे उन्नाव के 76 गांव से होकर गुजरेगी। जिसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य तेजी से चल रहा है। एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण का लक्ष्य 1314.970 हेक्टेयर रखा गया है। जिसकी तुलना में अब तक ग्यारह सौ हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित कर ली गई है। यूपीडा के अनुसार, लक्ष्य का 70 फीसदी जमीन अधिग्रहण करने के बाद एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास हो सकता है। किसानों को भुगतान भी किया जा रहा है, लेकिन अभी भी तमाम किसान ऐसे हैं। जिन्हें भुगतान नहीं मिला है। प्रशासन गंगा एक्सप्रेस-वे के शीघ्र ही शिलान्यास करने की कवायद में लगा है। बीते सोमवार को वर्चुअल बैठक के दौरान यूपीडा अधिकारियों ने जिला प्रशासन को बताया कि किसानों को अब तक 468 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। 200 हेक्टेयर भूमि का बैनामा होना बाकी है। किसानों को उनकी जमीन के सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा दिया जा रहा है। जुलाई में शेष 200 हेक्टेयर भूमि का भी अधिग्रहण कर लिया जाएगा

यूपीडा के अनुसार अक्टूबर महीने में गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।जिले के कुल 76 गांव प्रभावितगंगा एक्सप्रेस-वे में जिले के कुल 76 गांव प्रभावित हो रहे हैं। इससे लगभग 80 हजार किसान प्रभावित हो रहे हैं। प्रभावित होने वाले गांव में सबसे अधिक सफीपुर तहसील के 20, बीघापुर तहसील के 19, सदर तहसील के 15, हसनगंज तहसील के 7 और पुरवा तहसील के 4 गांव शामिल हैं। एक्सप्रेस वे की ऊंचाई 8 से 10 मीटर की रखी गई है। यूपीडा के अनुसार, 130 मीटर चौड़ाई की भूमि अधिग्रहित की जा रही है।क्या कहते हैं जिम्मेदारइस संबंध में नगर मजिस्ट्रेट चंदन पटेल ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार पहले भूमि अधिग्रहण सहित अन्य कार्यों को पूरा किया जाना था। जिससे काम शुरू होने के बाद किसी प्रकार के विवादों से बचा जाए। भूमि अधिग्रहण के साथ किसानों को मुआवजा भी दिया जा रहा है। लक्ष्य से कम 200 हेक्टेयर भूमि भी जुलाई महीने में अधिग्रहित कर बैनामा कर लिया जाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।