विराट कोहली ने कहा है कि सफलता हासिल करने के लिए जोखिम लेना जरूरी होता है। बेंगलुरु में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरा टी-20 गंवाने के बाद विराट ने कहा कि वे इससे निराश नहीं हैं। बेंगलुरु टी-20 में मेहमान टीम ने 9 विकेट से आसान जीत हासिल की। बेंगलुरु में ज्यादातर जीत उन टीमों ने हासिल की जिन्होंने लक्ष्य का पीछा किया, लेकिन कोहली ने सबको चौंकाते हुए पहले बैटिंग का फैसला किया। टीम इंडिया महज 133 रन ही बना सकी थी।
रिस्क लेना जरूरी
मैच के बाद मीडिया से बातचीत में विराट ने कई सवालों के जवाब दिए। पहले बैटिंग करने के सवाल पर कहा, “हमको जोखिम लेना आना चाहिए। जब आप खेलना शुरू करते हैं तो किसी बात की गारंटी नहीं होती। इसलिए क्रिकेट में भी रिस्क जरूरी है। एक टीम को कम्फर्ट जोन में नहीं होना चाहिए। टॉस महत्वपूर्ण है, लेकिन इससे बहुत प्रभावित होने की जरूरत नहीं है। हम सर्वश्रेष्ठ टीम बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए तमाम विकल्प आजमाएंगे। हमें किसी भी स्थिति में अच्छा प्रदर्शन करने की आदत डालनी होगी।”
विश्व कप पर नजर
आगामी टी-20 विश्व कप की चर्चा करते हुए कोहली ने कहा, “हम रिस्क भी लेंगे और विश्व कप के पहले अपने विकल्प भी आजमाएंगे। ताकि एक बेहतरीन टीम तैयार कर सकें।” भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 3 मैचों की टी-20 सीरीज 1-1 से बराबर रही। पहला मैच धर्मशाला में था। ये बारिश की वजह से रद्द हो गया था। बेंगलुरु में पिछले 6 टी-20 मैचों में टॉस जीतने वाली टीम ने पहले फील्डिंग का फैसला किया। लेकिन, कोहली ने पहले बैटिंग चुनी।
गेंदबाजों का बचाव
बेंगलुरु में टीम इंडिया के गेंदबाज सिर्फ एक विकेट ही ले पाए। इस बारे में पूछे गए सवाल पर विराट ने कहा, “130 का स्कोर डिफेंड करना आसान नहीं था। कम से कम 160 रन तो होने ही चाहिए थे। गेंदबाजों की आलोचना करने का कोई अर्थ नहीं है। मैदान पर काफी ओस भी थी। हमारे पास पर्याप्त स्कोर नहीं था।”
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