Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

70 साल बाद ‘महाभारत’ से जुड़े रहस्‍यों की तलाश में हस्तिनापुर में होगी खुदाई

महाकाव्य ‘महाभारत’ में कौरवों की राजधानी हस्तिनापुर की कथा से जुड़े रहस्‍यों को जानने के ल‍िए ASI ने उठाया बड़ा कदम एएसआई की टीम मेरठ से लगभग 40 किमी दूर साइट पर खुदाई शुरू करेगा, 70 सालों में अपनी तरह की यह पहली बड़ी परियोजना पिछले साल अगस्त में लगातार बारिश के बाद हस्तिनापुर टीले में तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व के मिट्टी के बर्तनों की खोज की गई थीमेरठमहाकाव्य ‘महाभारत’ में कौरवों की राजधानी हस्तिनापुर की कथा से जुड़े रहस्‍यों को जानने के ल‍िए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने बड़ा कदम उठाया है। एएसआई की टीम मेरठ से लगभग 40 किमी दूर साइट पर खुदाई शुरू करेगा। बीते 70 सालों में अपनी तरह की यह पहली बड़ी परियोजना है।

एएसआई के नव-निर्मित मेरठ सर्कल के सुपरिटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट ब्रजसुंदर गडनायक ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्‍स ऑफ इंड‍िया को बताया क‍ि अभी तक टीले वाले क्षेत्रों के संरक्षण और पुराने मंदिरों को नया रूप देने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। थोड़ा निर्माण भी हुआ है। हम सितंबर के बाद जब मानसून खत्म हो जाएगा तब खुदाई पर गौर करेंगे। उन्‍होंने बताया क‍ि हस्तिनापुर उन पांच स्थलों में शामिल है, जिनका विकास केंद्र की ओर से प्रस्तावित किया गया है। 2020 के केंद्रीय बजट में राखीगढ़ी (हरियाणा), शिवसागर (असम), धोलावीरा (गुजरात) और आदिचल्लानूर (तमिलनाडु) के साथ हस्तिनापुर को आइकॉन‍िक साइटों के रूप में व‍िकस‍ित करने के लिए च‍िन्‍हित क‍िया गया था।