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कासगंज से स्वास्थ्य सुविधाओं को मुंह चिढ़ाती तस्वीर आई सामने….

अमित तिवारी, कासगंज
यूपी में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का हाल-बेहाल है। कासगंज के सरकारी अस्पताल से अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के लिए 26 वर्षीय मरीज को रेफर किया गया, लेकिन 5 किलोमीटर आगे बढ़ते ही ऐंबुलेंस की ऑक्सिजन खत्म हो गई। ऑक्सिजन के खत्म होने से मरीज काफी देर तक ऐंबुलेंस में तड़पता है और फिर उसने दम तोड़ दिया। यही नहीं, मरीज की मौत होते ही चालक और हेल्पर मौके से फरार हो गए। मृतक नंदकुमार सोरो थाना अंतर्गत ग्राम गड़रपुरा का रहने वाला था।

मृतक की मां शकुंतला देवी ने बताया कि उनके बेटे नंदकिशोर को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, इसलिए उसे गुरुवार दोपहर को कासगंज के जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां से उसे बेहतर उपचार के लिए कासगंज के ही एक दूसरे सरकारी अस्पताल अशोकनगर सीएचसी में रेफर कर दिया गया। यहां हालत में सुधार नहीं होने के चलते अशोक नगर सीएचसी से बेटे नंदकिशोर को सरकारी ऐंबुलेंस से अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया। जहां से कुछ 5 किलोमीटर की दूरी पर निकलते ही ऐंबुलेंस में लगे सिलिंडर की ऑक्सिजन खत्म हो गई। परिजनों के सामने ही मरीज ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। वहीं, मृतक के भाई का आरोप है कि सरकारी ऐंबुलेंस के ड्राइवर ने उनसे 1200 रुपये भी मांगे थे।

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सीएमओ बोले- जांच कराई जाएगी
कासगंज के सीएमओ ने बताया कि ऑक्सिजन की कमी के चलते जिस मरीज की रास्ते में मौत हुई है, वह पूर्व से ही टीबी का मरीज था। उसकी हालत बेहद क्रिटिकल थी, इसलिए उसे कासगंज से अलीगढ़ को रेफर किया गया था। जहां तक ऐंबुलेंस में ऑक्सिजन खत्म होने का सवाल है तो वह इस मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी।