सीबीआई ने तीन साल पहले सिविल लाइंस में हुए चर्चित ललित वर्मा हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। हत्याकांड में मृतक के चचेरे भाइयों संतोष व विक्रम सोनी के अलावा उनके दोस्त बृजेश पाल को गिरफ्तार किया गया है। खुलासे के मुताबिक, संपत्ति के विवाद और अवैध संबंधों के चलते इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया।
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि ललित की अभियुक्तों के पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद कर ली गई है। तीन फरवरी 2016 को सिविल लाइंस में में नवाब युसुफ रोड स्थित बीएसएनल ऑफिस के पीछे सराफा का काम करने वाले ललित वर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हाईकोर्ट के निर्देश पर 3 सितंबर 2019 को सीबीआई ने लखनऊ में विशेष अपराध शाखा में केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू की।
तफ्तीश के दौरान पता चला कि हत्या में गलत लोगों को नामजद किया गया और जिन लोगों ने प्रत्यक्षदर्शी होने का दावा किया, वह घटनास्थल पर थे ही नहीं। जिसके बाद पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग की मदद से वास्तविक गवाहों के बयान लेते हुए हत्या का खुलासा कर दिया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि संतोष कुमार सोनी और बृजेश से पूछताछ के बाद बृजेश के दोस्त राहुल के कौशांबी स्थित घर से हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल बरामद की गई। गिरफ्तार किए गए संतोष और विक्रम सगे भाई हैं। दोनों के परिवारों के बीच संपत्ति का विवाद था। साथ ही ललित के संतोष की पत्नी से अवैध संबंध थे। इसी के चलते संतोष और विक्रम ने बृजेश के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।
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