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भीम आर्मी के प्रतिनिधि मंडल ने दलित-मुस्लिम परिवारों से की मुलाकात, हिंदूवादी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग

सुमित शर्मा, कानपुर
कानपुर में मुस्लिम युवक की पिटाई के मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। चुनावी सीजन में नेता राजनीतिक रोटियां सेंकने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। रविवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के निर्देश पर एक प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित मुस्लिम परिवार और दलित परिवार से मुलाकात कर उनका हाल जाना। इसके साथ ही हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है। हिंदूवादी संगठनों पर आरोप लगाया कि मजहब और आरोपियों की जाति देखकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। भीम आर्मी मांग करती है कि ऐसे हिंदूवादी संगठनों को प्रतिबंधित कर देना चाहिए।

बर्रा थाना क्षेत्र स्थित कच्ची बस्ती में रहने वाले दलित परिवार ने एक समुदाय विशेष पर लड़कियों से छेड़छाड़ और धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप लगाया था। इस मामले में दलित परिवार की तहरीर पर पुलिस ने 354 की धारा में केस दर्ज किया था, लेकिन पुलिस आरोपियों को अरेस्ट नहीं कर रही थी। दलित परिवार ने हिंदूवादी संगठन से शिकायत की थी। बीते बुधवार को हिंदूवादी संगठन कच्ची बस्ती में हंगामा कर रहे थे। इस दौरान कुछ लोगों ने मुस्लिम युवक की पिटाई कर दी थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

बहकावे में नहीं आने की नसीहत
भीम आर्मी के कानपुर बुंदेलखंड प्रभारी कौशल वाल्मीकि अपने कार्यकर्ताओं के साथ कच्ची बस्ती पहुंचे। उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में दोनों परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने दोनों परिवारों को समझाया कि हिंदूवादी संगठनों के बहकावे में मत आएं। दोनों ही समुदाय आपस मे भाईचारे के साथ रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इस तरह की शक्तियां समाज में माहौल खराब करने का काम करती हैं।

सुनियोजित तरीके से पीटा गया
कौशल वाल्मीकि ने कहा कि एक गरीब ई-रिक्शा चालक को हिंदूवादी संगठन ने बेरहमी से पीटा था। मैंने उसके घर की हालत देखी। हर एक सुख सुविधा से परिवार कोषों दूर है। हिंदूवादी संगठन ने सुनियोजित तरीके से उसको पीटा था। बच्ची के सामने पिता को पीटा जा रहा था। मजहब और जाति देखकर हिंदूवादी संगठन काम करते हैं। खुद को समाज का ठेकेदार बताते हैं। सनातन धर्म को हिंदूवादी संगठन बर्बाद कर रहे हैं। चुनाव नजदीक हैं, हमें और आप को इनकी मानसिकता को समझना होगा।

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पिटाई का वीडियो हुआ था वायरल
मुस्लिम युवक की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में देखा जा सकता है कि ई-रिक्शा चालक को कुछ लोग बेरहमी से पीट रहे थे। रिक्शा चालक की मासूम बेटी पिता को पिटता देख रो रही थी। बच्ची पिता को छोड़ने की मिन्नतें कर रही थी। पुलिस युवक को बचाने का प्रयास कर रही थी। इसके बावजूद भी भीड़ में मौजूद लोग उसकी पिटाई कर रहे थे। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को अरेस्ट किया है।