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यूपीपीएससी: मेडिकल अफसर की सीधी भर्ती के चयनितों पर सीबीआई कसेगी शिकंजा

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की परीक्षाओं की जांच कर रही सीबीआई मेडिकल अफसर-2013 की सीधी भर्ती को लेकर बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। इस भर्ती में चेहतों के चयन के लिए मनमाने तरीके से मेरिट गिराए जाने के आरोप लगे थे। जांच में धांधली के सुराग मिलने के बाद सीबीआई इस भर्ती को लेकर प्राथमिक जांच (पीई) दर्ज कर चुकी है। संदिग्ध चयनितों को भी चिह्नित किया गया है और इंटरव्यू में बुलाए गए एक्सपट्र्स से भी पूछताछ किए जाने की तैयारी है।

सीबीआई को शिकायत मिली थी कि मेडिकल अफसर-2013 की भर्ती में तमाम ऐसे अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिनका एकेडमिक रिकार्ड अच्छा नहीं है। ऐसे अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में शामिल किया जा सके, इसके लिए आयोग ने मनमाने तरीके से मेरिट गिरा दी। एक पद के मुकाबले अभ्यर्थियों को बुलाए जाने का कोई मानक नहीं था। मेरिट वहां तक गिराई गई, जहां चहेतों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जा सकता था। अभ्यर्थियों ने सीबीआई को अभिलेखीय साक्ष्य भी उपलब्ध कराए थे,ख् जिसमें संदिग्ध चयनितों के नाम भी शामिल थे। अभ्यर्थियों का आरोप था कि चहेतों को इंटरव्यू में मनमाने तरीके से अंक देकर चयनित करा दिया गया और इसकी वजह से अच्छे एकेडमिक रिकार्ड वाले योग्य अभ्यर्थी छंटकर बाहर हो गए।

सीबीआई को यह शिकायत भी मिली थी कि सीधी भर्ती के इंटरव्यू में बार-बार कुछ चुनिंदा एक्सपट्र्स को ही बुलाया जाता था। अभ्यर्थियों से मिली शिकायतों के आधार पर सीबीआई ने जांच की तो गड़बड़ी खुलकर सामने आ गई। सीबीआई ने इंटरव्यू के लिए तैयार की गई मेरिट की जांच की। साथ ही इंटरव्यू में अभ्यर्थियों को बुलाए जाने के मानक को भी परखा। सूत्रों के मुताबिक जांच में यह बात सामने आई कि जिन अभ्यर्थियों के एकेडमिक रिकार्ड अच्छे नहीं थे, उनका चयन हो गया और उन्हें इंटरव्यू में बुलाने के लिए मानकों की पूरी तरह से अनदेखी गई। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई ने ऐसे संदिग्ध चयनितों को चिह्नित कर लिया है और बार-बार इंटरव्यू में बुलाए जाने वाले एक्सपट्र्स भी सीबीआई के निशाने पर हैं। जल्द ही इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

सीबीआई को शिकायत मिली थी कि मेडिकल अफसर-2013 की भर्ती में तमाम ऐसे अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिनका एकेडमिक रिकार्ड अच्छा नहीं है। ऐसे अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में शामिल किया जा सके, इसके लिए आयोग ने मनमाने तरीके से मेरिट गिरा दी। एक पद के मुकाबले अभ्यर्थियों को बुलाए जाने का कोई मानक नहीं था। मेरिट वहां तक गिराई गई, जहां चहेतों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जा सकता था। अभ्यर्थियों ने सीबीआई को अभिलेखीय साक्ष्य भी उपलब्ध कराए थे,ख् जिसमें संदिग्ध चयनितों के नाम भी शामिल थे। अभ्यर्थियों का आरोप था कि चहेतों को इंटरव्यू में मनमाने तरीके से अंक देकर चयनित करा दिया गया और इसकी वजह से अच्छे एकेडमिक रिकार्ड वाले योग्य अभ्यर्थी छंटकर बाहर हो गए।

सीबीआई को यह शिकायत भी मिली थी कि सीधी भर्ती के इंटरव्यू में बार-बार कुछ चुनिंदा एक्सपट्र्स को ही बुलाया जाता था। अभ्यर्थियों से मिली शिकायतों के आधार पर सीबीआई ने जांच की तो गड़बड़ी खुलकर सामने आ गई। सीबीआई ने इंटरव्यू के लिए तैयार की गई मेरिट की जांच की। साथ ही इंटरव्यू में अभ्यर्थियों को बुलाए जाने के मानक को भी परखा। सूत्रों के मुताबिक जांच में यह बात सामने आई कि जिन अभ्यर्थियों के एकेडमिक रिकार्ड अच्छे नहीं थे, उनका चयन हो गया और उन्हें इंटरव्यू में बुलाने के लिए मानकों की पूरी तरह से अनदेखी गई। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई ने ऐसे संदिग्ध चयनितों को चिह्नित कर लिया है और बार-बार इंटरव्यू में बुलाए जाने वाले एक्सपट्र्स भी सीबीआई के निशाने पर हैं। जल्द ही इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।