मिर्जापुर
मिर्जापुर जिला अस्पताल परिसर में सोमवार को एक शव मिला था। बताया जा रहा है कि आरपीएफ जवान की लापरवाही के चलते व्यक्ति को इलाज नहीं मिल पाया था, जिस कारण उसकी मौत हो गई थी।
दरअसल, सोमवार सुबह 7 बजे जिला अस्पताल परिसर में स्थित ब्लड बैंक के पास एक व्यक्ति का शव मिला था। जहां पर शव मिला था, वहां से पुलिस चौकी मात्र 20 मीटर की दूरी पर स्थित है, लेकिन किसी को इस बात की जानकारी नहीं हुई कि शव कहां से आया है। सुबह पुलिस ने जब अज्ञात शव की पड़ताल की तो युवक के बारे में पता चला।
एसएसपी संजय वर्मा ने एनबीटी ऑनलाइन को बताया कि जिस व्यक्ति का शव मिला था, उसकी पहचान हो गई है। उसका नाम राहुल बिंद है और भदोही जिले का रहने वाला है। संजय ने कहा कि राहुल महाराष्ट्र के पुणे से ट्रेन के जरिए मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पहुंचा था। स्टेशन पहुंचने पर उसकी तबीयत खराब हो गई थी। तबीयत खराब होने पर स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ के जवानों ने बीमार यात्री को ऑटो में बैठाकर जिला अस्पताल भेज दिया था।
ऑटो वाला भी छोड़कर चलता बना
बीमार राहुल को लेकर ऑटो वाला भी उसे जिला अस्पताल के गेट पर छोड़कर चला गया। तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण वह ब्लड बैंक के पास बैठ गया। और रातभर वहीं पड़ा रहा। सोमवार सुबह उसका शव पड़ा पाया गया।
परिजनों ने लगाया आरपीएफ जवान पर आरोप
मृतक राहुल के परिजनों का कहना है कि अगर RPF जवानों ने जिम्मेदारी निभाई होती और उसे अस्पताल में ले जाकर भर्ती कर देते तो उसकी जान बच सकती थी।
आरपीएफ इंचार्ज की दलील
मिर्जापुर आरपीएफ इंचार्ज रजनीश राय ने बताया कि हां एक आदमी, जिसे गोपीगंज जाना था, वह हमारे सिपाही को स्टेशन के बाहर मिला था। सिपाही ने एक ऑटो वाले को बुलाकर 50 रुपये किराया देकर भेज दिया था। आरपीएफ इंचार्ज ने कहा कि वह व्यक्ति देखने मे बीमार नहीं लग रहा था, अगर ऐसा होता तो हम इलाज की व्यवस्था कराते।
More Stories
लोकसभा चुनाव दूसरे चरण का मतदान: उत्तर प्रदेश में मतदान जारी, जानिए कितने प्रतिशत हुए वोट
लोकसभा चुनाव दूसरे चरण का मतदान: उत्तर प्रदेश में 8 दिसंबर को मतदान जारी, सुबह 9 बजे तक तीसरी फिसदी हुई वोटिंग
पत्नी ने अपने नौकर को बुलाया घर, फिर पीट-पीटकर पति को मौत के घाट उतार दिया, हत्या की वजह बताई