Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

दुष्कर्म पीड़िता को उकसाने के आरोप में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर गिरफ्तार, आरोपी का सहयोग करने का भी आरोप

पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को हजरतगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके और मऊ के सांसद अतुल राय के खिलाफ हजरतगंज थाने में शुक्रवार दोपहर को मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें आरोप है कि उन्होंने दुष्कर्म पीड़िता को खुदकुशी के लिए उकसाया है। इसकी साजिश रची है। मुकदमा एसएसआई दयाशंकर द्विवेदी की तहरीर पर दर्ज किया गया है। मामले की जांच एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव द्वारा किया जा रहा है।

डीसीपी सेंट्रल डॉ. ख्याति गर्ग के मुताबिक पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर पर दुष्कर्म के आरोपी बसपा सांसद अतुल राय का सहयोग करने का आरोप लगा था। दुष्कर्म पीड़िता और इस मामले के मुख्य गवाह पीड़िता केदोस्त सत्यम राय ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर फेसबुक पर लाइव वीडियो अपलोड कर आत्मदाह किया था। गंभीर हालत में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां 21 अगस्त को गवाह सत्यम राय और 25 अगस्त को पीड़िता की मौत हो गई। इस मामले की जांच के लिए डीजीपी ने एसआईटी का गठन किया। जिसमें पुलिस महानिदेशक पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड और अपर पुलिस महानिदेशक महिला सुरक्षा एवं बाल सुरक्षा संगठन शामिल थे। एसआईटी ने शुक्रवार की सुबह अपनी रिपोर्ट पेश की। इसके बाद पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के निर्देश पर हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। देर शाम 5.30 बजे चिकित्सकीय परीक्षण के बाद पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद वहीं से  जेल भेज दिया गया।

एसएसआई की तहरीर पर सांसद व पूर्व आईपीएस पर मुकदमा
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के आदेश के बाद हजरतगंज के एसएसआई दयाशंकर द्विवेदी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। तहरीर में जांच रिपोर्ट का जिक्र किया गया है। जिसमें सांसद अतुल राय के खिलाफ पीड़िता ने लंका थाने में दुष्कर्म, धोखाधड़ी और धमकी का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है।

आरोप है कि मुकदमें में अनुचित लाभ लेने के लिए पीड़िता पर दबाव बनाने के लिए पीड़िता व गवाह के खिलाफ एक के बाद एक सात मुकदमें दर्ज कराये गये। जांच में 10 नवंबर 2020 को पीड़िता द्वारा एसएसपी वाराणसी को प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा अतुल राय से रुपये लेकर न्यायालय के लिए झूठे साक्ष्य तैयार करने का आरोप था। साथ ही पीड़िता की छवि धूमिल करके उसे आत्मदाह के लिए उकसाया जा रहा है। मुकदमा लिखाए जाने के दौरान ही अतुल राय व उनके सहयोगियों द्वारा मानसिक व शरीरिक यातनाएं दी जा रही हैं। बयान बदलने व कार्यवाही न करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। केस को कमजोर करने के लिए साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया जा रहा है।