सार
तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा सचिव आलोक कुमार ने इस बात की घोषणा अपने ट्विटर अकाउंट पर की है।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय
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तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार राज्य स्तरीय रैंकिंग प्रणाली – उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (यूपीएसआईआरएफ) को लागू करने की योजना बना रही है। यह सार्वजनिक और निजी तकनीकी विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए डेटा-संचालित दृष्टिकोण होगा और एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क) की तर्ज पर होगा।
शिक्षा सचिव ने दी जानकारी
तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा सचिव आलोक कुमार ने इस बात की घोषणा अपने ट्विटर अकाउंट पर की है। उन्होंने लिखा है कि जल्द ही यूपी सरकार का तकनीकी शिक्षा विभाग, अपने तकनीकी संस्थानों को रैंक देने और प्रवेश, अनुसंधान व प्लेसमेंट जैसे महत्वपूर्ण संकेतकों पर उनकी प्रगति की निगरानी के लिए एक राज्य संस्थागत रैंकिंग ढांचे (एसआईआरएफ) को लॉन्च करने जा रहा है।
संस्थानों के बीच होगी प्रतियोगिता
संस्थान का मूल्यांकन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा और यह सरकार को उसके अनुसार अनुदान देने का उपाय भी प्रदान करेगा। एसआईआरएफ संस्थानों को एक अच्छी रैंक प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए मजबूर करेगा और संस्थानों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा करेगा।
प्रदेश में हैं तीन बड़ी संस्थाने
बता दें कि उत्तर प्रदेश में तीन तकनीकी विश्वविद्यालय हैं – डॉ एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश, एचबीटीयू कानपुर – हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय, और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर।
विस्तार
तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार राज्य स्तरीय रैंकिंग प्रणाली – उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (यूपीएसआईआरएफ) को लागू करने की योजना बना रही है। यह सार्वजनिक और निजी तकनीकी विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए डेटा-संचालित दृष्टिकोण होगा और एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क) की तर्ज पर होगा।
शिक्षा सचिव ने दी जानकारी
तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा सचिव आलोक कुमार ने इस बात की घोषणा अपने ट्विटर अकाउंट पर की है। उन्होंने लिखा है कि जल्द ही यूपी सरकार का तकनीकी शिक्षा विभाग, अपने तकनीकी संस्थानों को रैंक देने और प्रवेश, अनुसंधान व प्लेसमेंट जैसे महत्वपूर्ण संकेतकों पर उनकी प्रगति की निगरानी के लिए एक राज्य संस्थागत रैंकिंग ढांचे (एसआईआरएफ) को लॉन्च करने जा रहा है।
शिक्षा सचिव का ट्वीट
संस्थानों के बीच होगी प्रतियोगिता
संस्थान का मूल्यांकन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा और यह सरकार को उसके अनुसार अनुदान देने का उपाय भी प्रदान करेगा। एसआईआरएफ संस्थानों को एक अच्छी रैंक प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए मजबूर करेगा और संस्थानों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा करेगा।
प्रदेश में हैं तीन बड़ी संस्थाने
बता दें कि उत्तर प्रदेश में तीन तकनीकी विश्वविद्यालय हैं – डॉ एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश, एचबीटीयू कानपुर – हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय, और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर।
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शिक्षा सचिव का ट्वीट
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