रेलवे ने शनिवार को कहा कि नए वातानुकूलित थ्री-टियर इकोनॉमी क्लास कोचों का किराया, जिन्हें आम आदमी के लिए वातानुकूलित यात्रा के रूप में जाना जाता है, मौजूदा एसी थ्री-टियर श्रेणी से 8 प्रतिशत कम होगा।
नए 3एसी इकोनॉमी क्लास कोचों में 83 बर्थ होंगे, जबकि नियमित 3एसी कोच में 72 बर्थ होंगे। नियमित 3AC कोचों में दो साइड बर्थ होते हैं, जिन्हें नए कोचों में बढ़ाकर तीन कर दिया जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि किराया मौजूदा स्लीपर क्लास की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के आधार मूल्य का 2.4 गुना निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे 50 कोच अलग-अलग जोनल रेलवे को दिए गए हैं।
नए बनाए गए डिब्बों को मौजूदा मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों से जोड़ा जाएगा। रेल मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि अधिकतम लंबाई वाली ट्रेनों में ये स्लीपर श्रेणी के डिब्बों की जगह लेंगी।
प्रवक्ता ने बताया कि 300 किलोमीटर तक का बेस फेयर 440 रुपये होगा, जो दूरी के हिसाब से सबसे कम है, जबकि 4,951 से 5,000 किलोमीटर के बीच यात्रा के लिए अधिकतम बेस फेयर 3,065 रुपये है।
इन कोचों को प्राप्त करने के लिए नवीनतम क्षेत्र उत्तर मध्य रेलवे है, जो ट्रेन संख्या में इनका उपयोग करने के लिए तैयार है। अधिकारियों ने बताया कि 02403 (प्रयागराज-जयपुर एक्सप्रेस) 6 सितंबर से शुरू हो गई है और बुकिंग शनिवार से शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि इन यात्री अनुकूल कोचों में 83 बर्थ हैं और किराया नियमित 3 एसी कोचों की तुलना में कम है।
3एसी इकॉनमी मेल/एक्सप्रेस/सुपरफास्ट कोचों में मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के मौजूदा 3एसी कोचों के लिए लागू सामान्य बाल किराया नियम होंगे। एक अधिकारी ने कहा कि रियायत या मुफ्त मानार्थ पास मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के मौजूदा 3एसी डिब्बों के बराबर होंगे।
रेल कर्मचारियों के लिए विशेषाधिकार पास/पीटीओ की पात्रता मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के 3एसी डिब्बों में पात्रता के समान होगी। उन्होंने कहा कि कैंसिलेशन और रिफंड नियम और यात्रा के अन्य सभी नियम व शर्तें मौजूदा 3एसी से सीसी श्रेणी के समान होंगी।
रेलवे ने चालू वित्त वर्ष तक लगभग 806 नए कोच तैयार करने की योजना बनाई है।
.
More Stories
स्वाति मालीवाल हमला मामला लाइव: ‘घातक’ हमले से विभव की हिरासत तक – शीर्ष घटनाक्रम |
ओडिशा लोकसभा चुनाव 2024: चरण 5 मतदान का समय, प्रमुख उम्मीदवार और मतदान क्षेत्र |
CUET पेपर वितरण में गड़बड़ी पर कानपुर में हंगामा |