अप्रैल-जून तिमाही में भारत की जीडीपी के दोहरे अंकों में बढ़ने की उम्मीद है। (छवि: पीटीआई)
भारत के अप्रैल-जून तिमाही के आर्थिक रिपोर्ट कार्ड का आज राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय कार्यालय (एनएसओ) द्वारा अनावरण किया जाएगा। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान भारत की जीडीपी दो अंकों में बढ़ी हो सकती है, जिसे पिछले वर्ष के निचले आधार से मदद मिली है। अप्रैल-जून तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद में मजबूत वृद्धि एक उबरती अर्थव्यवस्था के बीच मजबूत उपभोक्ता गतिविधि को दर्शाएगी क्योंकि यह कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर से जूझ रही थी। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) को उम्मीद है कि सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि २१.४% होगी, जबकि रॉयटर्स द्वारा सर्वेक्षण किए गए अर्थशास्त्रियों ने अर्थव्यवस्था में २०% की वृद्धि देखी है। पिछली तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 1.6% बढ़ी थी। पूरे वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए, भारत की जीडीपी में 7.3% की कमी आई है।
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