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चरखारी का मनोहारी गुलमर्ग हुआ पं. दीनदयाल उपाध्याय उद्यान

राकेश कुमार अग्रवाल , महोबा
बुंदेलखंड के कश्मीर के रूप में विख्यात महोबा जिले के चरखारी कस्बे का गुलमर्ग अब दीनदयाल उपाध्याय उद्यान के रूप में जाना जाएगा। पर्यटक कोठीताल में नौकायन का भी आनंद ले सकेंगे। पांच सितंबर से दीनदयाल उपाध्याय उद्यान जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

उदयपुर के फतेहसागर की तरह है कोठीताल
राजस्थान के झीलों की नगरी के शहर उदयपुर की फतेहसागर झील के बीचों बीच जिस तरह नेहरू गार्डन है, उसी तर्ज पर चरखारी के कोठीताल में सरोवर के मध्य मे बने टापू को गुलमर्ग के नाम से जाना जाता रहा है। वहीं, गुलमर्ग अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय उद्यान के रूप में जाना जाएगा।

उद्यान में लहराएगा 110 फीट ऊंचा तिरंगा
उद्यान के पार्श्व में मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के निर्देशों के बाद पालिका प्रशासन ने तिरंगा लगवाने की कवायद की। लगभग 8 लाख रुपये की लागत से तिरंगा स्थल का फाउंडेशन का काम पूरा हो चुका है। 5 सितंबर को सांसद , विधायक और जिलाधिकारी की मौजूदगी में उद्यान में तिरंगा झंडा पहली बार फहराया जाएगा।

कोठीताल की बदल गई है रंगत
जिलाधिकारी के विशेष प्रयासों के बाद गुलमर्ग को उद्यान के रूप में बदला गया है। यहां पर हाईमास्ट लाइट, तिरंगे के लिए खंभा और कोठीताल के चारों ओर तिरंगे के रंग में पेंटिंग का काम लगभग पूर्ण हो चुका है। पर्यटकों के आनंद के लिए पैडल बोट और मोटर बोट दोनों तरह की नौकायन सुविधा भी यहां उपलब्ध रहेगी।

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पालिका बोर्ड ने बदला है गुलमर्ग का नाम
चरखारी नगर पालिका अध्यक्ष मूलचंद्र अनुरागी के अनुसार पालिका ने सभासदों की बोर्ड मीटिंग में रखे गए प्रस्ताव में गुलमर्ग का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय उद्यान रखने पर सहमति दे दी थी।