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Noida news: फर्जी ट्रायल के नाम पर खिलाड़ियों से ठगी, नोएडा स्‍टेडियम पहुंचे कई राज्‍यों के सैकड़ों फुटबॉल खिलाड़ी

हाइलाइट्सनोएडा स्टेडियम में बुधवार को ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए फर्जी ट्रायल आयोजित कर खिलाड़ियों से ठगी का मामला सामने आयाइसमें शामिल होने के लिए कई राज्यों के 100 से अधिक खिलाड़ी शामिल होने आए थे, बाद में पता चला कि ट्रायल फर्जी है और इसकी कहीं भी मान्यता नहीं हैजिला फुटबॉल असोसिएशन ने कुछ खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के पैसे वापस कराए, लेकिन दूर-दूर से आए खिलाड़ियों का इसमें काफी नुकसान हुआ हैनोएडा
नोएडा के सेक्टर-21 स्थित स्टेडियम में बुधवार को ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए फर्जी ट्रायल आयोजित कर खिलाड़ियों से ठगी का मामला सामने आया है। इसमें शामिल होने के लिए कई राज्यों के 100 से अधिक खिलाड़ी शामिल होने आए थे। यहां आने के बाद पता चला कि ट्रायल फर्जी है और इसकी कहीं भी मान्यता नहीं है। हालांकि, जिला फुटबॉल असोसिएशन ने कुछ खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के पैसे वापस कराए, लेकिन दूर-दूर से आए खिलाड़ियों का इसमें काफी नुकसान हुआ है।

फर्जी असोसिएशन बनाकर नोएडा स्टेडियम में फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए ट्रायल का आयोजन किया जा रहा था। इसमें कोलकाता, सोनीपत, चंडीगढ़, जालंधर, हरियाणा, छत्तीसगढ़, लखनऊ, बुलंदशहर समेत अन्य हिस्सों से लगभग 100 से अधिक फुटबॉल खिलाड़ी आए हुए थे। आयोजकों ने बैनर में दिल्ली फुटबॉल असोसिएशन का लोगो लगाकर स्मॉल साइड ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन लिख रखा था।

ट्रायल के बारे में इंस्टाग्राम के माध्यम से पता चला। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद यहां आने पर पता चला कि फेक ट्रायल चल रहा है। मेरे 6 हजार रुपये खर्च हो गए हैं।

जयदीप विश्वास, सियालदह

नोएडा फुटबॉल ग्राउंड में रोजाना खेलने वाले नैशनल प्लेयर त्रिलोकी नाथ ने जब यह देखा तो इसकी सूचना अनादि बरुआ को दी, जो दिल्ली फुटबॉल फेडरेशन के उपाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने ऐसे किसी ट्रायल से इनकार किया। नोएडा स्टेडियम आकर देखा तो फर्जी ट्रायल चल रहा था। वहीं, जिला फुटबॉल असोसिएशन के जॉइंट सेक्रेटरी आशुतोष गौर ने जिला फुटबॉल असोसिएशन को सूचना दी, जिसके बाद ट्रायल का आयोजन कर रहे कई लोग वहां से चले गए।

मनाली में होना था टूर्नामेंट
आयोजक ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन मनाली (हिमाचल) में कराने की बात करते हुए ट्रायल ले रहे थे। यहां अंडर- 14, 17, 19 आयु वर्ग का ट्रायल चल रहा था। खिलाड़ियों ने इंस्टाग्राम पर ऐड देखकर रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें सिलेक्ट होने के बाद फुटबॉल किट और अन्य खर्च के नाम पर खिलाड़ियों को पैसे चुकाने थे, जिसका खुलासा आयोजकों की तरफ से नहीं किया गया था।

हमें बताया गया था कि ट्रायल ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन की तरफ से है। चयन होने के बाद फुटबॉल किट और अन्य खर्च के लिए पैसे भी देने थे।

-ज्वॉय घोष, कोलकाता

पूरी तरह से फर्जी था ट्रायल
भारतीय महिला फुटबॉल टीम के पूर्व कोच अनादि बरुआ ने बताया कि सुबह मेरे पास फुटबॉल ग्राउंड में रोजना प्रैक्टिस के लिए आने वाले खिलाड़ियों ने कॉल कर ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के नाम पर ट्रायल लेने की सूचना दी। वहां जाकर देखा तो अवैध रूप से ट्रायल लिया जा रहा था, जिसकी कोई मान्यता नहीं है।

ऑल इंडिया फेडरेशन के ट्रायल के नाम पर बुलाकर परेशान किया गया है। ऐसे आयोजन की अनुमति देने से पहले यहां के प्रशासन को चेक करना चाहिए था।

अंश दहिया, सोनीपत

उन्होंने कहा कि यह खिलाड़ियों के साथ धोखा है। इससे खिलाड़ियों का मनोबल गिरता है और वे दिशाहीन होते हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए। ऐसे आयोजन की सूचना कम से कम जिला फुटबॉल असोसिएशन को देनी चाहिए। इसकी शिकायत उन्होंने दिल्ली असोसिएशन से की। उन्होंने बताया कि असोसिएशन ने दिल्ली के लोदी रोड थाने में शिकायत दी है। जिला फुटबॉल असोसिएशन के सेक्रेटरी वाजिद अली ने कहा कि प्राधिकरण को किसी भी खेल के आयोजन या ट्रायल से पहले जिला असोसिएशन से उसकी मान्यता और सत्यता की जांच के लिए जरूर सूचना दे। इससे ऐसे फर्जी आयोजनों पर रोक लगेगी।

कई राज्‍यों के 100 से ज्‍यादा फुटबॉल खिलाड़ी आए थे

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