Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Deoria news: देवरिया में 22 नकली डीजल-पेट्रोल कारोबारियों पर केस, इंचार्ज छोड़कर पूरी पुलिस चौकी सस्‍पेंड

हाइलाइट्सदेवरिया में टैंकरों से तेल चोरी कर अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ देर रात तक छापेमारी हुईपुलिस ने मौके से 5 हजार लीटर डीजल-पेट्रोल और तेल चोरी करने वाले कई तरह के यंत्र बरामद किए हैंमामले में पुलिस ने 22 अवैध तेल कारोबारियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया हैदेवरिया
देवरिया के बैतालपुर ऑइल डिपो के आस-पास टैंकरों से तेल चोरी कर अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ देर रात तक छापेमारी हुई। पुलिस ने मौके से 5 हजार लीटर डीजल-पेट्रोल और तेल चोरी करने वाले कई तरह के यंत्र बरामद किए हैं। मामले में पुलिस ने 22 अवैध तेल कारोबारियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इस अवैध कारोबार के लिए बैतालपुर चौकी पुलिस को दोषी मानते हुए एसपी ने चौकी इंचार्ज को छोड़कर पूरे स्टाफ को निलंबित कर दिया है। इस कार्यवाही से अवैध तेल कारोबारियों में हड़कंप मचा है।

2 दिनों से रेकी कर रहे थे एसडीएम और सीओ
छापेमारी की यह कार्रवाई शनिवार सुबह शुरू हुई। ऑइल डिपो के आस-पास टैंकरों से तेल चोरी करने वाले गिरोह की जड़ तक पहुंचने के लिए प्रशासन कई दिनों से मेहनत कर रहा था। एसडीएम सौरभ सिंह एवं सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी पिछले 2 दिनों से बाइक से घूम घूम कर अवैध कारोबार के ठिकानों की रेकी कर रहे थे। रेकी के दौरान अधिकारियों को यह जानकारी मिली थी कि टैंकर चालकों की मिलीभगत से भोर में टैंकरों से बड़े पैमाने पर तेल की चोरी की जाती है। पूरी जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने रणनीति बनाकर छापेमारी शुरू की थी। छापेमारी के दौरान जिन मकानों से डीजल और पेट्रोल बरामद हुआ पुलिस ने उन मकानों को भी सीज कर दिया है।

अवैध कारोबार के चलते 2010 में लगी थी भयंकर आग
तेल के अवैध कारोबार के चलते ऑइल डिपो के अगल-बगल के इलाके में अकसर हादसे होते रहते हैं। नवंबर 2010 में डिपो के बगल में स्थित गुडरी गांव में हुईआगजनी की घटना आज भी लोगों के जेहन में है। इस गांव के कई मकानों में गैलनों में तेल भर कर रखे गए थे। इन्‍होंने अचानक आग पकड़ ली और पेट्रोलियम पदार्थों से भरे ड्रम आग का गोला बनकर कहर ढाने लगे थे। हालात बिगड़ते देखकर देखकर जिला प्रशासन ने अगल-बगल के गांव को खाली कराना शुरू कर दिया था।

आग पर काबू पाने के लिए अगल-बगल के जिलों से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और विशेषज्ञों को बुलाया गया था। इस घटना में लगभग 3 दर्जन लोग झुलसे थे। जिसमें एक बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि आधा दर्जन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा था। बाकी लोगों का महीनों तक इलाज चलता रहा।

प्रशासन ने जब्‍त किया नकली पेट्रोल-डीजल