Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

महंत नरेंद्र गिरी ने आत्महत्या की या हत्या हुई, SIT सुलझाएगी गुत्थी

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की आत्महत्या के मामले में मीडिया में आए सुसाइड नोट के बाद पुलिस-प्रशासन जांच में जुट गई है। इस घटना में आनंद गिरी, हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी, उसके बेटे और एक सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, इन सभी लोगों से प्रयागराज के पुलिस लाइन में काफी देर तक पूछताछ चलती रही। वहीं, इस घटना में प्रयागराज के डीआईजी ने एक एसआईटी टीम गठित कर जांच के आदेश दे दिए हैं।

SIT टीम में ये लोग हैं शामिल
महंत नरेंद्र गिरी की सुसाइड लेटर मिलने के बाद जांच तेज हो गई है। जहां एक ओर इस मामले की सीबीआई जांच की मांग उठ रही है तो वहीं पुलिस विभाग ने इस मामले में एसआईटी की एक टीम गठित कर इस पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश दे दिए हैं। सीओ अजीत सिंह चौहान की अध्यक्षता में एसआईटी टीम गठित की गई है। जिसमें दो सीओ समेत इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर स्तर के 18 अधिकारी शामिल हैं।

एसआईटी टीम में सीओ आस्था जायसवाल, विवेक और महेश सिंह भी शामिल हैं। टीम का गठन प्रयागराज के डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने किया है। अब यह पूरी टीम महंत नरेंद्र गिरी की आत्महत्या मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपेगी। उसके बाद ही आरोपियों पर आरोप तय होंगे।

Mahant Narendra Giri Death: महंत नरेंद्र गिरी की मौत पर कांग्रेस ने उठाए सवाल- 13 पन्नों का सुसाइड लेटर कौन लिखता है
हर आदमी जानना चाहता है आत्महत्या के पीछे की वजह
प्रयागराज में महंत के आत्महत्या के मामले को लेकर पूरे शहर में कयासों का बाजार गर्म है। हर गली-मोहल्ले और चौराहों पर इस आत्महत्या को लेकर चर्चा है। शहर का हर आदमी यह जानना चाहता है कि आखिरकार महंत ने इतना बड़ा कदम कैसे उठा लिया? हालांकि, इस आत्महत्या के मामले में प्रयागराज पुलिस ने महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी, आद्या तिवारी, बेटे संदीप तिवारी को अरेस्ट कर प्रयागराज पुलिस लाइन में पूछताछ की। वहीं, आज दिनभर अल्लापुर मठ में गहमागहमी बनी रही। सुसाइड लेटर मैजिक बलबीर गिरी भी मंगलवार को मठ में आकर कई चीजों का मुआयना करते नजर आए। हालांकि, इस दौरान मीडिया से पूछे गए सवालों का जवाब बलबीर देने से बस से भी बचते रहे।

You may have missed