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Yogi Cabinet Expansion: छात्र जीवन से ही राजनीति में रख दिया था कदम, योगी कैबिनेट में गाजीपुर सदर विधायक को मिली जगह

अमितेश कुमार सिंह, गाजीपुर
योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में जिन 7 नए चहरों को शामिल किया गया है, उनमें गाजीपुर सदर विधायक डॉ. संगीता बलवंत भी शामिल हैं। बेहद साधारण परिवार से आने वाली विधायक संगीता बलवंत मल्लाह जाति से हैं। पहली बार साल 2017 में बीजेपी के टिकट पर विधायक चुनी गईं। इससे पहले वह जिला पंचायत सदस्य और छात्र संघ का चुनाव भी लड़ी हैं।

डॉ. संगीता बलवंत का जन्म गाज़ीपुर शहर में हुआ। इनके पिता स्व. रामसूरत बिंद रिटायर्ड पोस्टमैन थे। संगीता बलवंत को छात्र जीवन में पढ़ाई और कविता का शौक रहा है। सदर विधायक संगीता बलवंत की शिक्षा की बात की जाए तो वो काफी पढ़ी-लिखी जनप्रतिनिधियों में से एक हैं। विधायक संगीता ने एमए, एलएलबी और पीएचडी की डिग्री हासिल की है। एक मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में संगीता बलवंत ने साझा किया था कि स्कूली दिनों में उन्हें अपने स्कूल में वाइस कैप्टन चुना गया था। तब से उनके जहन में राजनीति का जुनून सवार हुआ। जिले के पीजी कालेज में बीए करने के दौरान संगीता बलवंत छात्र संघ का चुनाव लड़ीं और रेकॉर्ड मतों से उपाध्यक्ष पद पर विजयी हुई थीं।

पहली ही बार में चुनी गईं विधायक
गाजीपुर सदर सीट पर 2017 के चुनावों में बीजेपी कैंडिडेट डॉ. संगीत बलवंत 92,090 वोट पाकर विजयी रहीं। वहीं, एसपी कैंडिडेट राजेश कुशवाहा 59,483 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। 2019 में एमआईटी भारतीय छात्र संसद की ओर से हिंदुस्तान में 16 विधायकों को आदर्श युवा विधायक का सम्मान दिया गया। जिसमें प्रथम नंबर पर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से सदर विधायक के रूप में उनका चयन किया गया था। इसके अलावा संगीता बलवंत निर्दली प्रत्याशी के तौर पर जमानियां क्षेत्र से जिला पंचायत का चुनाव भी लड़ चुकी हैं। वह इस चुनाव में विजयी हुई थीं।

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साहित्य में है रुचि
बीजेपी विधायक संगीता बलवंत एक राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक लेखक भी हैं। उन्होंने मीडिया को दिए अपने इंटरव्यू में बताया कि साहित्य में उनकी खासी रुचि है। अब तक उनकी दो पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। संगीता बलवंत ने अपने इंटरव्यू में यह भी साफ किया है कि अगर वह राजनीति में ना आती तो वह एक लेखक के तौर पर साहित्य क्षेत्र में अपने को स्थापित करने की दिशा में काम करतीं। उन्होंने कहा कि राजनीति में व्यस्त होने के बाद भी समय निकालकर कुछ ना कुछ लेखन का कार्य कर लेती हैं।

जिले के दूसरी महिला, जिन्हें कैबिनेट में मिली जगह
इसके साथ ही संगीता बलवंत जिले की दूसरी महिला हैं, जिन्हें सूबे की सरकार में मंत्री बनने का अवसर प्राप्त हुआ है। इससे पहले शारदा चौहान को साल 1991 में बीजेपी के टिकट पर जमानियां विधानसभा सीट से विधायक बनने के बाद प्रदेश सरकार में परिवहन एवं नियोजन मंत्री बनने का मौका मिला था। संगीता बलवंत बीजेपी में 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान सक्रिय हुईं। डॉ. संगीता बलवंत को 2017 के विधानसभा चुनावों में गाजीपुर के पूर्व सांसद और वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा की पैरवी से टिकट मिला था।