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UP News: 17 साल से अवैध धर्मांतरण का रैकेट चला रहे थे, मौलाना कलीम सिद्दीकी के 3 साथी अरेस्‍ट

लखनऊ
यूपी में अवैध धर्मांतरण रैकेट मामले में मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे हो रहे हैं। एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया कि मौलाना सिद्दीकी ने बताया कि जब वह लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के बाद विदेशी सहयोगियों को इसकी सूचना देते हैं तो वे उन्हें इस्लाम में बनाए रखने साथ ही और लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए काफी पैसा देते हैं। कलीम ने बताया कि फुलत व अन्य क्षेत्रों में जहां भी वह जाता है वहां उसके सहयोग के लिए हाफिज इदरीस, मो. सलीम व कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ भी जाते हैं। यूपी एटीएस ने इन तीनों को भी अवैध धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया है। इदरीस व सलीम मुजफ्फरनगर के और आतिफ नासिक का रहने वाला है।

एटीएस के मुताबिक, मो. सलीम और इदरीस कुरैशी करीब 17 वर्षों से कलीम सिद्दीकी के साथ मिलकर अवैध धर्मांतरण करा रहे हैं। जबकि कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ (डॉक्टर) को एमसीआई की परीक्षा पास कराने का लालच देकर मौलाना कलीम ने अपने साथ दो साल से जोड़ रखा है। एटीएस के मुताबिक, कुणाल ने रूस में मेडिकल की पढ़ाई की है। पढ़ाई के दौरान ही उसने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था। जब वह भारत लौटा तो मेडिकल प्रैक्टिस के लिए जरूरी एमसीआई की परीक्षा पास नहीं कर पाया। इसके बाद भी वह नासिक में अवैध रूप से मेडिकल क्लीनिक चलाता है। वह अपने यहां आने वाले मरीजों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाता था।

बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत से आए 1.5 करोड़
एटीएस के मुताबिक, कलीम सिद्दीकी की तरफ से संचालित जमीयते इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट के विभिन्न खातों में अलग अलग खातों से 20 करोड़ से अधिक राशि जमा करने के तथ्य मिले हैं। इस ट्रस्ट के भारत की बैंकों के खाते में बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत से करीब डेढ़ करोड़ रुपये आए हैं, जिसमें से एक बड़ी राशि कलीम सिद्दीकी द्वारा उसके साथ धर्मान्तरण में लगे लोगों (दाई) को भेजे जाने के साक्ष्य मिले हैं। इदरीस कुरैशी मौलाना कलीम की ट्रस्ट की ओर से संचालित जमियातुल इमाम वलीउल्लाह अल इस्लामिया मदरसा के लिए फंड जुटाने का काम करता है। इस मदरसे को अवैध धर्मांतरण के केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। एटीएस के मुताबिक, यहां धर्मांतरण के महत्वपूर्ण चरण तरबियत की गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है।

60 लाख का मकान, ढाई लाख की बाइक
एटीएस के मुताबिक, इदरीस ने तीन माह के भीतर ही मुजफ्फरनगर में 60 लाख का रिहायशी मकान बनवाया है। उसने एक बाइक भी ली है जिसकी कीमत करीब ढाई लाख रुपये है। जब उससे आय के स्रोत के बारे में पूछा तो वह कुछ बता नहीं पाया। एटीएस को कलीम सिद्दीकी और इदरीस कुरैशी की नई दिल्ली और मुजफ्फरनगर में और संपत्तियों के होने की जानकारी मिली है।