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बेबस विधवा की गुहार- प्‍लीज न्‍याय दिलाइए… गोरखपुर पुलिस ने ली पति की जान? अब योगी सरकार से आस

मृतक की पत्नी कह रही है कि होटल से सारा खून साफ करवा दिया गया हैकानपुर पुलिस परिजनों को मनाने में जुटी, जिससे शव का अंतिम संस्कार हो सकेमृतक की पत्नी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैसुमित शर्मा, कानपुर
गोरखपुर पुलिस (Gorakhpur Police) पर युवक को पीट-पीट कर मौत के घाट उतारने का आरोप है। मृतक की पत्नी ने हाथ जोड़ कर न्याय की गुहार लगाई है। आंखों में बेबसी के आंसू, पति के जाने का गम और इस बीच न्याय नहीं मिलने का डर उसके चेहरे पर साफ झलक रहा है। सोशल मीडिया पर जिसने मृतक की पत्नी का वीडियो देखा वह कुछ पल के लिए सब कुछ भूल गया। लोग सरकारी सिस्टम को और आरोपी पुलिस कर्मियों को कोसने लगे।

कानपुर के बर्रा में रहने वाले मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की मौत के 42 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन परिजनों ने अंतिम संस्कार नहीं किया है। आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का केस तो दर्ज किया लिया गया, लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। परिजनों का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए। कानपुर पुलिस कमिश्नर (Kanpur Police Commissioner) और डीएम मृतक के घर पर परिवार को मनाने में जुटे हैं।

पत्नी की मार्मिक अपील
मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी हाथ जोड़कर न्याय की भीख मांग रही है। मीनाक्षी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। जिसमें मीनाक्षी हाथ जोड़कर कह रही है कि इस होटल में मेरे हसबैंड का खून हुआ है। पुलिस वाले ने किया है। हाथ जोड़कर कह रही है कि प्लीज न्याय दिला दीजिए। पूरा शरीर खून से लथपथ था, दोस्तों ने बताया कि होटल के कमरे में खून था। पुलिस वालों ने होटल से खून साफ करा दिया। मेरी मदद करिए और न्याय दिलाइए।

क्या था मामला
बर्रा थाना क्षेत्र बर्रा तीन में रहने वाले मनीष गुप्ता (36) एक रियल एस्टेट कंपनी के लिए काम करते थे। मनीष परिवार का इकलौते बेटा था। परिवार में बुजुर्ग पिता, पत्नी मीनाक्षी और बेटे अभिराज (04) के साथ रहते थे। मनीष की शादी 8 साल पहले मीनाक्षी से हुई थी। वहीं, बेटे की हत्या की खबर सुनकर बुजुर्ग पिता की हालत बिगड़ गई है।

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मनीष अपने जिगरी दोस्तों प्रदीप चौहान और हरदीप सिंह के साथ गोरखपुर घूमने के लिए गए थे। मनीष अपने दोस्तों के साथ होटल कृष्णा पैलेस के रूम नंबर-512 में ठहरा था। आरोप है कि सोमवार रात लगभग 12.30 बजे रामगढ़ ताल पुलिस होटल में चेकिंग करने पहुंची थी। पुलिस ने रूम का दरवाजा खुलवाया और सभी से आईडी मांगी। आईडी चेक करने के बाद पुलिस सभी के बैग चेक करने लगी। पुलिस की हरकत पर मनीष ने कहा कि हम लोग कोई आतंकवादी नहीं हैं। पुलिस को यही बात नागवार गुजरी। पुलिस ने मनीष और उसके दोस्तों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। आरोप है कि पुलिस की पिटाई से मनीष अधमरा हो गया।

पुलिस पर बर्बरता का आरोप
इसी दौरान मनीष की तबीयत बिगड़ गई। पुलिस मनीष को एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले गई। गंभीर हालत में मनीष को बीआरडी हॉस्पिटल रेफर कर दिया। पुलिस ने एंबुलेंस से मनीष को बीआरडी भेजा। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मनीष के शरीर मे गंभीर चोटों के निशान मिले हैं। मनीष को असलहों के नोंक और बटों से पीटने का भी आरोप है।

मीनाक्षी गुप्ता