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अब तक कारोबारी का नहीं हो पाया अंतिम संस्‍कार, कल CM योगी से मुलाकात करेगा परिवार

पुलिस पिटाई में मारे गए मनीष गुप्ता का शव कानपुर पहुंचामुआवजे का 10 लाख का चेक लौटाया, 50 लाख और सरकारी नौकरी की मांगपीड़ित परिवार आज कानपुर में मुख्यमंत्री से करेगा मुलाकातकानपुर
गोरखपुर में पुलिस की कथ‍ित पिटाई से दम तोड़ने वाले शख्स मनीष गुप्ता का शव कानपुर पहुंचते ही बुधवार सुबह हंगामा खड़ा हो गया। पीड़ित परिवार और क्षेत्रीय लोग आंसुओं में डूब गए। घटना से बेहद आक्रोशित परिवार काफी मशक्कत के बाद भी शव का अंतिम संस्कार करने को राजी नहीं हुआ। परिवारीजनों ने मुआवजे का 10 लाख रुपये का चेक देने लेने से भी इनकार कर दिया। पुलिस कमिश्नर ने ऐलान किया कि पीड़ित परिवार को गुरुवार को मुख्यमंत्री से मिलवाया जाएगा। रात तक परिवार 50 लाख मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग पर अड़ा था।

रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता (36) का शव लेकर परिवारीजन बुधवार सुबह 9:30 बजे अपने घर जनता नगर, बर्रा पहुंचे। देखते ही देखते भारी संख्या में स्थानीय लोग और राजनीतिक दलों के लोग मौके पर पहुंच गए। पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के बीच अधिकारियों ने मनीष के शव के अंतिम संस्कार के प्रयास करने शुरू किए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से नोकझोंक के बीच समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी और अमिताभ वाजपेई मौके पर पहुंचे और सरकार-पुलिस विरोधी नारेबाजी शुरू की। समाजवादी कार्यकर्ताओं की डीसीपी साउथ रवीना त्यागी से झड़प भी हुई। काफी गहमागहमी के बीच पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने मोर्चा संभाला।

50 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी और केस कानपुर ट्रांसफर करने की मांग
पीड़ित परिवार की मांग थी कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलवाया जाए। पूरे केस की सीबीआई जांच करवाने के साथ केस कानपुर ट्रांसफर किया जाए। गोरखपुर में केस की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। शासन से बात करने के बाद पुलिस कमिश्नर ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि उन्हें गुरुवार को कानपुर आगमन के दौरान मुख्यमंत्री से मिलवाया जाएगा, लेकिन पीड़ित परिवार 50 लाख रुपये मुआवजे, सरकारी नौकरी और केस कानपुर ट्रांसफर करने की मांग पर अड़ा था और शव के अंतिम संस्कार को राजी नहीं हुआ।

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पीड़ित परिवार ने चेक लेने से क‍िया इनकार
दोपहर बाद प्रशासनिक अधिकारी 10 लाख रुपये मुआवजे का चेक लेकर पहुंचे, लेकिन पीड़ित परिवार ने चेक लेने से इनकार कर दिया। शाम को कांग्रेस नेता विकास अवस्थी के नेतृत्व में कांग्रेसी पीड़ित परिवार से मिले और उनकी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से फोन पर बात करवाई। प्रियंका ने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। रात 9 बजे तक पुलिस कमिश्नर और डीएम पीड़ित परिवारीजनों से बंद कमरे में बातचीत कर रहे थे। मीटिंग 2 घंटे से ज्यादा समय से जारी थी।

मुख्यमंत्री के समक्ष रखूंगी मांग
दूसरी तरफ मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने आरोप लगाया कि अपनी मांगों को वह लगातार ट्वीट कर रही थीं, लेकिन जानबूझकर उनका ट्विटर अकाउंट बंद करवा दिया गया। उन्‍होंने कहा क‍ि मैं कल अपनी मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखूंगी। मेरे पति को ड्यूटी पर छह पुलिसकर्मियों ने मार डाला… हमने अभी तक यह तय नहीं किया है कि उनके शव का अंतिम संस्कार कब किया जाए।

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गुरुवार को सीएम से म‍िलेगा पीड़ित परिवार
असीम अरुण, पुलिस कमिश्नर, कानपुर ने कहा क‍ि कानपुर पुलिस पीड़ित परिवार के साथ है। उन्हें गुरुवार को मुख्यमंत्री से मिलवाया जाएगा। मांगें शासन को प्रेषित कर दी गई हैं। उधर, कानपुर डीएम विशाख अय्यर ने कहा क‍ि सीएम योगी आदित्यनाथ कल अपने कानपुर दौरे के दौरान मनीष के परिवार के सदस्यों से मिलेंगे।