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Rain News: गोरखपुर में 127 साल का टूटा रिकॉर्ड, 24 घंटे में 193 एमएम बारिश, पानी में डूबा शहर

गोरखपुर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश ने एक बार फिर पूरे शहर को परेशान कर दिया है। शहर की दो दर्जन से अधिक कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं। वहीं, एक लाख से अधिक लोग लगातार हो रही बारिश से अपने घरों में कैद हैं। गोरखपुर में अक्टूबर में अब तक की रिकार्ड बारिश हुई है। पिछले 24 घंटे में शनिवार सुबह 8.30 बजे तक 193 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। ये आंकड़ा पिछले 127 साल में सबसे ज्यादा है। अक्टूबर में इससे पहले सबसे ज्यादा बारिश 2 अक्टूबर 1894 में 218.7 एमएम रिकार्ड की गई थी, जो बारिश का सबसे बड़ा रिकार्ड है।

जिले में मानसून पूरी तरह से मेहरबान है। बीते 24 घंटे में हुई 193 एमएम बारिश से शहर के विभिन्न इलाके में जलभराव से जनजीवन प्रभावित हो गया है। पिछले दो दिनों की बारिश ने लोगों की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ा दी हैं। शुक्रवार सुबह से लेकर शनिवार की शाम तक हुई बारिश की वजह से सिटी के कई इलाकों में जलभराव हो गया। हालत यह रही कि कई घरों में पानी घुस गया। जिसकी वजह से उनके घर में रहना दूभर हो गया। सड़कों के डूबने से लोगों का आवागमन प्रभावित हुआ। दो दिन की बारिश ने इलाकों में खासा प्रभाव डाला। फिलहाल सिटी के सबसे ज्यादा इलाके जलभराव की जद में आ गए हैं। नगर निगम टीम को पानी निकालने में इस ठंड मौसम में पसीना छूट रहा है।

भरवलिया बुजुर्ग

पानी से घिरे सासंद विधायक
दो दिन की बारिश से इलाके जलमग्न हो गए हैं। बारिश में गोरखपुर शहर का आधा हिस्सा डूब गया हैं। सांसद रवि किशन, नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल समेत कई विधायकों के घर भी पानी से घिरे हुए हैं। बशारतपुर और गणेशपुरम, ओमनगर कॉलोनियों में पानी भर गया। देवरिया रोड के सिंघड़िया इलाके वंसुधरानगर, प्रकृतिनगर, गोरक्षनगर आसपास के कई इलाके पानी में डूब गए हैं।

श्री राम नगर कॉलोनी वार्ड-9

फेल साबित हुआ नगर निगम का सिस्टम
नगर निगम ने इस साल जलभराव से निजात दिलाने के लिए 315 पंपिंग सेट की व्यवस्था की थी, लेकिन एक बार फिर हुई रिकार्ड बारिश से जलभरव के कारण व्यवस्था फेल हो गई। उधर रात से ही कंट्रोल रूम में केवल जलभराव की ही शिकायत दर्ज की गई और लोग अफसरों से पंपिंग सेट लगवाने की मांग करते रहे, लेकिन व्यवस्था नहीं होने की वजह से समस्या बढ़ गई।

सिविल लाइंस, काली मंदिर ओवरब्रिज, धर्मशाला, बिछिया के काशीपुरम कॉलोनी में जलभराव से बच्चों और बुजुर्गों का बुरा हाल है। तारामंडल एरिया की कॉलोनियों के साथ ही भगत चौराहा, रामपुर, कजाकपुर, न्यू कजाकपुरी कॉलोनी, कैलाशपुरी कॉलोनी, आदर्श नगर, मेडिकल रोड, राप्तीनगर, खालेटोला, बिछिया आदि इलाकों में जलभराव से राहत नहीं मिली। बहरामपुर की जफर कॉलोनी, चक्सा हुसैन, फलमंडी के पीछे स्थित राजीव नगर कॉलोनी, फुलवरिया, पटेल चौक, बडग़ो, पथरा, पादरी बाजार के इंद्रप्रस्थपुरम इलाकों में भी जलभराव है।

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वेदर एक्सपर्ट कैलाश पांडेय ने बताया कि गोरखपुर और आसपास के जिलों में भारी बारिश हुई है। इसका मुख्य कारण दक्षिण पश्चिम बिहार और सटे यूपी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। जिसके कारण ये बारिश हो रही है। साथ ही जलवायु परिवर्तन देखने को मिल रहा है।

मौसम विभाग के अनुसार अक्टूबर में पिछले तीन दशकों में भारी बारिश
-02 अक्टूबर 1894 में 218.7 एमएम बारिश
-15 अक्टूबर 2013 में 97 एमएम बारिश
-15 अक्टूबर 2014 को 115 एमएम बारिश
-21 अक्टूबर 2005 को 112 एमएम बारिश
-3 अक्टूबर 2001 को 67 एमएम बारिश
-4 अक्टूबर 1996 को 51 एमएम बारिश
-5 अक्टूबर 1991 को 50 एमएम बारिश