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Lakhimpur Violence: लखीमपुर हिंसा में मारे गए 2 और किसानों के घरवालों को 45-45 लाख का चेक

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बहराइच
यूपी की लखीमपुर हिंसा में मारे गए चार किसानों में से दो बहराइच के रहने वाले थे। बुधवार को डीएम दिनेश चंद्र सिंह दोनों किसानों के घर पहुंचे और उनके परिजनों को 45-45 लाख रुपये का चेक सौंपा। यह धन राशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दी गई है। डीएम ने बताया कि दिवंगत किसान गुरविंदर सिंह के पिता मोहरनिया गांव निवासी सुखविंदर सिंह को उनके गांव पहुंचकर चेक सौंपा गया।

डीएम के मुताबिक, दूसरे मृतक किसान दलजीत सिंह की पत्नी परमजीत कौर को चेक देने के लिए गांव बंजारन टांडा पहुंचने पर पता चला वह पति के अस्थि विसर्जन के लिए बाहर गई हैं। कौर की अनुपस्थिति में ग्रामवासियों की मौजूदगी में एसडीएम नानपारा को इस निर्देश के साथ चेक सौंपा गया कि वह कौर की वापसी पर उन्हें तुरंत इसे सौंप दें।

किसान गुरविंदर का हुआ अंतिम संस्‍कार
इससे पहले लखीमपुर खीरी हिंसा में मरने वाले बहराइच के किसान गुरविंदर सिंह का सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया। पहले परिजन की मांग पर शव का दूसरी बार पोस्टमॉर्टम किया गया था। पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह ने बताया, ‘पोस्टमॉर्टम की निगरानी के लिए डॉक्‍टरों का एक विशेषज्ञ पैनल लखनऊ से आया था। इस पैनल के निर्देशन में ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जारी की जाएगी।’

किसान ने घरवालों ने दोबारा करवाया पोस्‍टमॉर्टम
गौरतलब है कि रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में बहराइच के दो किसानों के सहित कुल आठ लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में चार किसान और एक पत्रकार हैं। उसमें से गुरविंदर सिंह ज्ञानी जी (22) के परिजनों और किसान संगठनों ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि उनकी मौत कनपटी पर गोली लगने से हुई है, लेकिन लखीमपुर से आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गोली लगने का जिक्र नहीं है। परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था और दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने की मांग की थी।

लखनऊ से हेलीकॉप्‍टर से आया डॉक्‍टरों का पैनल
मंगलवार शाम किसान नेता राकेश टिकैत भी अपने लाव लश्कर सहित बहराइच के मोहरनिया गांव पहुंचे थे। सरकार ने दोबारा पोस्टमॉर्टम की अनुमति देते हुए लखनऊ से पांच विशेषज्ञ चिकित्सकों का पैनल हेलीकॉप्टर से बहराइच भेजकर पोस्टमॉर्टम कराया। बुधवार तड़के करीब चार बजे पोस्टमॉर्टम होने के बाद सुबह ही गांव में अंतिम संस्कार करा दिया गया। हालांकि दोबारा हुए पोस्टमॉर्टम में किसान को गोली लगने की पुष्टि हुई या नहीं, अभी यह बात सामने नहीं आई है।