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Ghazipur News: गाजीपुर का एक गांव आयुष्मान योजना से दूर, गलत फीडिंग से सरकारी आंकड़ों में नहीं है गांव

अमितेश कुमार सिंह, गाजीपुर
आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के तहत लाभार्थियों का 5 लाख तक का कैशलेस इलाज किए जाने का प्रावधान है। वहीं, गाजीपुर का एक ऐसा गांव है। जहां इस योजना के लाभार्थियों की संख्या शून्य है। इस योजना से वंचित माढूपुर गांव से जुड़े डेटा की सरकारी पोर्टल पर गलत फीडिंग के कारण ऐसा हुआ है।

सरकारी डेटा में गांव ही नहीं
माढूपुर गांव के रहने वाले जयराम तिवारी ने कि 2011 में की गई जनगणना से जुड़े आकडों को माढूपुर की जगह मेहरूपूर गांव के नाम से सरकारी पोर्टल पर डाल दिया गया। इससो गांव का वजूद ही सरकारी आकड़ों की गलत फीडिंग के बीच गुम हो गया। इस गांव की जियो टैगिंग और एनआईसी की सूची में नाम नहीं होने के कारण लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।

प्रशासन के संज्ञान में मामला आने के बाद इस समस्या का तत्कालीन निदान तो निकाला गया, लेकिन आज भी एनआईसी की वेबसाइट पर इस गांव की जियो टैगिंग नहीं हो पाई है। इस समस्या को उन्होंने एनआईसी लखनऊ के साथ ही सीएमओ और पीएमओ को भी लिखित रूप से भेजा, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। यहां तक की इस समस्या को जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में भी लाया गया। उसके बावजूद भी कोई स्थायी निदान नहीं निकला। गलत फीडिंग से गांव के एक भी व्यक्ति का आयुष्मान गोल्डन कार्ड नहीं बन पाया है।

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अगली जनगणना में सही हो जाएगी गलतियां
इस मसले पर सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता ने बताया कि ब्लॉक स्तर पर डेटा फीडिंग की खामियों को दूर कर ग्रामवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है। स्वास्थ विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर आयुष्मान कार्ड की समस्याओं को भी जल्द दूर किया जाएगा। अगली जनगणना में इस गलती को ठीक कर लिया जाएगा।