Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Bharat Darshan Train: ‘भारत दर्शन’ के लिए प्रयागराज से निकली ट्रेन, 95% सीटें हुईं फुल, पहला पड़ाव उदयपुर

Default Featured Image

प्रयागराज
केंद्र सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए चलाई भारत दर्शन ट्रेन पहली बार गुरुवार को प्रयागराज संगम स्टेशन से रवाना हुई। ट्रेन को अधीक्षक अवधेश मणि पाठक ने पूजा पाठ कर हरी झंडी दिखाई। ट्रेन की 95 फीसदी सीटें फुल हो गई थीं।

इससे पहले यात्रियों का ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया। ढोल-नगाड़ों पर थिरकते यात्रियों ने सरकार की इस पहल की जमकर तारीफ की। प्रयागराज से रवाना हुई ट्रेन 10 रात 11 दिन में उदयपुर, गुजरात और उज्जैन के स्थलों का भ्रमण कर वापस आएगी। आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा के मुताबिक ज्योतिर्लिंग दर्शन ट्रेन का प्रति यात्री किराया 10,395 रुपये निर्धारित किया गया है।

यात्री इन जगहो का करेंगे दर्शन
प्रयागराज आईआरसीटीसी के मुख्य परिरक्षक अभय कांत मिश्रा ने बताया कि भारत दर्शन ट्रेन प्रयागराज से गुरुवार सुबह 6.5 पर रवाना हई, जो प्रतापगढ़, रायबरेली, लखनऊ, कानपुर स्टेशन होते हुए उदयपुर में रुकेगी। ट्रेन में यात्रा करने वालों को पहले महाराणा प्रताप स्मारक नाथद्वारा में श्रीनाथ मंदिर का भ्रमण, सहेलियों की बावड़ी का दर्शन कराया जाएगा।

उदयपुर से रवाना होकर 24 अक्टूबर को भारत दर्शन स्पेशल ट्रेन अहमदाबाद पहुंचेगी। अहमदाबाद में ट्रेन का ठहराव विश्वामित्र स्टेशन पर होगा। स्टेशन से यात्रियों को नॉन एसी बसों के जरिए स्टेचू ऑफ यूनिटी और साबरमती आश्रम का भ्रमण कराया जाएगा।

26 अक्टूबर को यात्रियों को सोमनाथ ज्योतिर्लिंग और 27 अक्टूबर को द्वारकाधीश, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग का दर्शन कराया जाएगा। भारत दर्शन ट्रेन का आखिरी पड़ाव 29 तारीख और 30 तारीख उज्जैन में होगा। उज्जैन में भारत की स्पेशल टीम के यात्रियों को महाकालेश्वर और ओम कालेश्वर ज्योतिर्लिंग का दर्शन कराया जाएगा। भारत दर्शन ट्रेन से इन तमाम धार्मिक जगहों पर यात्रियों की सुविधाओं के लिए आईआरसीटीसी ने तमाम इंतजाम किए हैं।

प्रयागराजः फोन चुराने पर बाप ने की थी बेइज्जती, युवक ने बदला लेने के लिए बेटे को मार डाला, अरेस्ट
ट्रेन में यात्रियों के स्वाद का रखा है खास ख्याल
भारत दर्शन ट्रेन में यात्रियों की सुविधाओं के लिहाज से सुबह चाय और इसके बाद नाश्ते के साथ साथ दोपहर और रात में खाने का भी इंतजाम किया गया है। साथ ही यात्रियों को तीन जगह रात्रि विश्राम के लिए धर्मशाला की व्यवस्था की गई है। रेलवे स्टेशन से धार्मिक स्थल, पर्यटन स्थलों तक पहुंचने के लिए नॉन एसी बसों का इंतजाम किया गया है।