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चिटफंड के नाम पर 13 करोड़ रुपये लेकर हुआ था फरार, 5 साल बाद धरा गया

अमितेश कुमार सिंह, गाजीपुर
साल 2011 में सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज में कुछ शातिर लोगों ने इंडस वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी खोली। लोगों को प्रलोभनकारी योजनाओं में पैसे जमा कराकर, उनकी गाढ़ी कमाई का लगभग 13 करोड़ रुपया लेकर पांच वर्ष बाद 2016 में चम्पत हो गए। रविवार को इस प्रकरण के आरोपी रविन्द्र बहादुर यति को पुलिस ने गाजीपुर के सादात से गिरफ्तार किया।

13 करोड़ का गबन
इंडस वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड लोगों का पैसा लेकर फरार हो गई। कंपनी ने लोगों को प्रलोभनकारी योजनाओं में पैसे जमा कराकर उनकी गाढ़ी कमाई के लगभग 13 करोड़ रुपया लेकर पांच वर्ष बाद 2016 में चम्पत हो गए। कंपनी साल 2011 में सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज में खोली गई थी। पैसाा लेकर भागने के बाद थाना रॉबर्ट्सगंज में कंपनी के डायरेक्टर और संचालक आदि के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमा धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों को तैयार कर निवेशकों का धन गबन किए जाने आदि के संबंध में किया गया था।

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जॉइंट ऑपरेशन में दबोचा गया कंपनी एजेंट
रविवार शाम इस प्रकरण के आरोपी रविन्द्र बहादुर यति गाजीपुर के सादात ब्लॉक के मलौरा गांव से उसके घर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को सोनभद्र मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में पेश किया जाएगा। न्यायालय की ओर से यति के खिलाफ NBW पारित होने के बाद वह फरार घोषित किया गया था। इसके बावजूद भी अभियुक्त न्यायालय में हाजिर नहीं हो रहा था और लगातार फरार चल रहा था। यति कंपनी का सक्रिय एजेंट था और रॉबर्ट्सगंज के जिला अस्पताल के पास मेडिकल की दुकान चलाता था।