हाइलाइट्ससपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दियाMLA ने विधानसभा स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित को अपना इस्तीफा सौंपाराकेश प्रताप सिंह अपने क्षेत्र में दो सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग उठा रहे थेअमेठी
अमेठी के गौरीगंज से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने योगी सरकार की कार्यप्रणाली से नाराज होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों के साथ अनशन पर बैठने का ऐलान किया है। राकेश सिंह ने विधानसभा स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राकेश प्रताप सिंह अपने क्षेत्र में दो सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग उठा रहे थे।
अपने पत्र में राकेश प्रताप सिंह ने लिखा, ‘मैं वर्तमान सरकार के शासनकाल में जन समस्याओं के निस्तारण में खुद को सक्षम नहीं पा रहा हूं। इसलिए मेरा विधानसभा के सदस्य के रूप में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।’
दो सड़कों की मरम्मत की मांग कर रहे थे सपा नेता
सपा विधायक ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) योजना के तहत गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दो मार्ग कादू नाला से थौरी मार्ग और मुसाफिरखाना से पारा मार्ग बनते ही ध्वस्त हो गई हैं जिससे आवागमन में मुश्किल आ रही हैं।
राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि जांच में सड़क निर्माण कार्य को मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि वह तीन साल से इस मामले में लगातार आवाज उठा रहे हैं। फरवरी 2021 में उन्हें तीन महीने में सड़क की मरम्मत कर दी जाएगी लेकिन अभी तक काम शुरू भी नहीं हुआ।
समर्थकों के साथ अनशन पर बैठे
प्रशासन से खफा सपा विधायक बोले कि उन्होंने 2 अक्टूबर को ही चेतावनी दी थी कि अगर 31 अक्टूबर तक काम शुरू नहीं हुआ तो वह मजबूर होकर विधायकी से इस्तीफा दे देंगे लेकिन फिर भी कोई अमल नहीं हुआ। विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा सौंपने के बाद राकेश प्रताप सिंह ने लखनऊ स्थित अटल चौक हजरतगंज पर स्थित गांधी प्रतिमा के सामने कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत अनशन पर बैठने का ऐलान किया।
हृदय नारायण दीक्षित को इस्तीफा सौंपते राकेश प्रताप सिंह
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