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Sweets in Diwali: बाजार में मिलावटी मिठाइयों की भरमार, लापरवाही की तो हो जाएंगे बीमार

गाजियाबाद
फेस्टिव सीजन शुरू होते ही मिठाई की डिमांड बढ़ जाती है, जबकि दूध की सप्लाई पहले जैसी ही रहती है। ऐसे में बाजार में डिमांड को पूरा करने के लिए मिलावटी मिठाई की भरमार हो जाती है। यही वजह है कि त्योहार के मौसम में मिठाई की खरीददारी करते वक्त सावधान रहने की जरूरत है। यदि आपने थोड़ी सी लापरवाही की तो मिलावटी मिठाई खाने से आप बीमार पड़ सकते हैं।

फिलहाल फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की तरफ से 26 अक्टूबर से मिलावटी मिठाई, खोवा, छेना और अन्य चीजों में मिलावट रोकने के लिए खिलाफ चलाया जा रहा है। इसके बावजूद भी बाजार में मिलावटी मिठाई की बिक्री लगातार जारी है।

160 किलो मिठाई की गई नष्ट
डिपार्टमेंट के अधिकारी विनीत कुमार बताते हैं कि विभाग की 4 टीमें अलग-अलग एरिया में जाकर लगातार निरीक्षण कर रही है। अभी तक 58 सैंपल भरे जा चुके हैं, जबकि 75 जगह पर चेकिंग की गई है। अभी तक 160 किग्रा मिठाई को नष्ट करवाया जा चुका है। दिवाली तक अभियान लगातार जारी रहेगा। सैंपल को लैब में भेजा जा चुका है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

किसी को नहीं हो सकी सजा
विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मिलावटखोरी के जितने मामले आए हैं, इसमें करीब 40 फीसदी मामले ही कोर्ट तक पहुंच सके हैं। 20 फीसदी मामले में कार्रवाई पूरी हो सकी है। लेकिन अभी तक किसी मामले में सजा नहीं हो सकी है।

त्योहारों को देखते हुए 4 टीम तैयार है। मेरठ और कलछीना से आने वाले खोये पर नजर रखने के लिए अलर्ट किया जा चुका है। साथ ही शिकायत मिलने पर भी टीम जाकर सैंपल भरने का काम करती है। मिलावटखोरों से सख्ती के साथ निपटा जाएगा। जिससे लोगों को शुद्ध और असली खान-पान की चीजें मिलें।

विनीत कुमार, डिजिनेटेड ऑफिसर, फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट

ऐसे करें मिलावट की पहचान
-पनीर का टुकड़ा हाथ में मसलकर देखें। अगर यह टूटकर बिखरे तो समझ लीजिए मिलावटी है क्योंकि इसमें मौजूद स्किम्ड मिल्ड पाउडर दबाव नहीं सह पाता।
-खोए को अपने अंगूठे के नाखून पर रगडें, असली होगा तो इसमें घी की महक आएगी। हथेली पर इसकी गोली बनाएं, यदि फटने लगे तो यह मिलावटी होगा। असली खोये को खाने पर कच्चे दूध की खुशबू आएगी।
-दूध को सूंघकर मिलावट का पता किया जा सकता है। दूध को एक कांच की सीसी में लेकर हिलाएं, यदि झाग आता है तो उसमें मिलावट है।

चमकदार मिठाई से बनाएं दूरी
फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि ज्यादा चमकदार मिठाई में सिंथेटिक रंग मिले होते हैं। इसलिए इनसे दूरी बनानी चाहिए। मिठाई में 100 पीपीएम (पार्टिकुलर पर मिलियन) तक का मिश्रण हानिकारक नहीं होता, लेकिन हलवाई मिठाई को ज्यादा सजाने के चक्कर में इसकी मात्रा 1000 से ऊपर कर देते हैं, जो काफी नुकसानदायक हो सकता है।

टाइफाइड, अल्सर, पीलिया हो सकता है…
डॉ. आर.पी. सिंह के अनुसार, मिलावटी दूध, पनीर खाने से पेट और त्वचा रोग पनपते हैं। इससे अधिकतर टाइफाइड, पीलिया, अल्सर व डायरिया जैसी बीमारी हो सकती है।

यहां कर सकते हैं मिलावटखोरी की शिकायत
Email : compliance@fssai.gov.in
Twitter : @fssaiindia
Facebook : @fssai
विभाग के टोल फ्री नंबर 18001805533 पर
चीफ फूड सेफ्टी ऑफिसर के नंबर 9454468398 पर

ये हो सकती है सजा…
आईपीसी की धारा 272 : नकली चीजें तैयार करना। इस धारा में दोषी होने पर 6 महीने की सजा और एक हजार रुपये जुर्माना या दोनों ही सजा का प्रावधान है।
आईपीसी की धारा 273 : खाने-पीने की चीजों को तैयार करने में ऐसे पदार्थों का इस्तेमाल करना जो सेहत के लिए ठीक न हों। दोषी पाए जाने पर 6 महीने सजा और 1000 जुर्माने का प्रावधान है।
आईपीसी की धारा 420: धोखाधड़ी करना, इस धारा में दोषी पाए जाने पर सात साल की सजा और फाइन या दोनों होने का प्रावधान है।