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UP Election 2022: पीलीभीत में क्या होगा चुनावी मुद्दा? आज सत्ता के संग्राम में युवा, महिलाएं और नेता रखेंगे अपनी बात

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छह महत्वपूर्ण जिलों से होते हुए  चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ आज पीलीभीत पहुंचेगा। इस जिले की अपनी एक अलग पहचान है। यहां पर्यटन के लिए मशहूर टाइगर रिजर्व है तो इसे आस्था की नगरी भी कहते हैं।

यहां प्रसिद्ध ओढ़ाझार मंदिर, गौरी शंकर मंदिर, छटवी पादशाही गुरुद्वारा, राजा वेणु का टीला प्रमुख आस्था का केंद्र है। मुस्लिम श्रद्धालुओं के लिए हजरत शाह मोहम्मद शेर मियां की दरगाह और जामा मस्जिद है। ऐसे ऐतिहासिक महत्व वाले पीलीभीत में विधानसभा चुनाव को लेकर आम लोग क्या तैयारी कर रहे हैं? युवाओं, महिलाओं, नौकरीपेशा के लिए चुनावी मुद्दे क्या होंगे?

विकास, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सुरक्षा, महंगाई जैसे मुद्दों पर आम लोगों की क्या राय है? ये सब हम ‘सत्ता का संग्राम’ कार्यक्रम के जरिए जानने की कोशिश करेंगे। आपके पास भी इस मंच से जुड़ने का अच्छा मौका है। इसके जरिए आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश के हर मुद्दों को उठा पाएंगे। आप बता पाएंगे कि आने वाले चुनाव में नेताओं और राजनीतिक दलों से आपको क्या उम्मीदें हैं? किन मसलों को लेकर आप वोट करेंगे और नेताओं से आप क्या चाहते हैं?

अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छह जिलों में ‘ यह कार्यक्रम हो चुका है। गाजियाबाद से शुरू हुआ ‘सत्ता का संग्राम’ मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बरेली होते हुए बदायूं तक पहुंच चुका है। मंगलवार को इसका पड़ाव पीलीभीत में होगा।

चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ के तहत  हर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। महिलाओं-युवाओं से संवाद होगा और राजनीतिक हस्तियों से सीधे सवाल पूछे जाएंगे। आपको एक मंच दे रहा है, जहां आप बातों को रख सकेंगे, ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दे भी याद रहें।

विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था
‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रमों में जमीनी स्तर पर हिस्सा लेने वाले दर्शकों और श्रोताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन की भी व्यवस्था की गई है।

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