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Times Now Opinion Poll: बीजेपी को मिलेगा बहुमत लेकिन घटेंगी सीटें, जानें यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बुंदेलखंड से कैसा होगा बीजेपी का प्रदर्शन

हाइलाइट्सटाइम्स नाउ ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले कराया ओपिनियन पोलबुंदेलखंड में बीजेपी को 42.8 पर्सेंट वोट मिलने की संभावनापिछली बार बुंदेलखंड की सभी सीटों पर बीजेपी को मिली थी जीतइस बार बीजेपी को 15-17 सीटें मिलने की संभावनालखनऊ
टाइम्स नाउ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की जनता का मूड जानने का प्रयास किया है। TIMES NOW-Polstrat ओपिनियन पोल से जानने की कोशिश हुई है कि अभी जनता का मूड कैसा है। इस सर्वे में 9000 लोगों से बात की गई। ये सर्वे 6 से 10 नवंबर के बीच हुआ।

बुंदेलखंड क्षेत्र में बीजेपी को 42.8%, सपा को 33.3%, BSP को 12.1% और कांग्रेस को 8.1% वोट मिलने की संभावना है। वहीं सीटों को देखें तो बीजेपी तो 15-17, सपा को 0-1, बसपा को 2-5 और कांग्रेस 1-2 सीटें मिल सकती हैं।

2 से 4 सीटें का होगा घाटा
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की वापसी हो रही है। हालांकि उसे 2017 से कम सीटें मिलती दिख रही हैं। बुंदेलखंड में यूपी के सात जिले झांसी, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा, महोबा और चित्रकूट आते हैं। इन 7 जिलों में 19 विधानसभा सीटें महोबा, हमीरपुर, ललितपुर और चित्रकूट में 2-2 , जालौन में 3 और झांसी और बांदा जिलों में 4-4 विधानसभा सीटें आती हैं।

2017 में जीती थीं सभी 19 सीटें
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बुंदेलखंड क्लीनस्पीप किया। मतलब सभी 19 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी ही जीते थे। इस बार विधानसभा चुनाव में टाइम्स नाउ के ओपिनियन पोल में बीजेपी को 15-17 सीटें मिलना बताया गया है। इसके हिसाब से बीजेपी को यहां 2 से 4 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है।

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1991 के बाद 2017 में में छुआ था दहाई अंक
बुंदेलखंड विधानसभा चुनावों में 1991 में बीजेपी को यहां से सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं। तब बीजेपी 11 सीटों पर जीती थी। उके बाद से बीजेपी यहां पर दहाई के अंक तक को नहीं छू पाई थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को बड़ी सफलता मिली और सभी 19 सीटें जीतीं। इस बार भी यहां बीजेपी का जलवा बरकरार रहेगा।

बीजेपी पर प्रदर्शन दोहराने का दबाव
विधानसभा चुनाव 2022 के लिए बुंदेलखंड में इस बार जोरदार घमासान होने के आसार हैं। बीजेपी के लिए इस बार का चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। बीजेपी के लिए पिछला प्रदर्शन दोहराने का दबाव है। बीजेपी बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बहाने यहां पर वोटबैंक जुटाने की कोशिश कर रही है। पीएम मोदी ने फरवरी में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बहाने बीजेपी की तैयारी
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट जिले के भरतकूप क्षेत्र से शुरू होकर बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होकर इटावा में कुदरैल गांव के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। इस चार से छह लेन वाले एक्सप्रेस-वे की लंबाई 296.07 किलोमीटर है और इसकी अनुमानित लागत 14,716.26 करोड़ रुपये है।
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बुंदेलखंड पर योजनाओं की झड़ी
प्रधानमंत्री मोदी चित्रकूट जिले के बीहड़ इलाके के 239 ग्राम पंचायतों के 470 राजस्व गांवों में 1515.51 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल की पांच पाइप लाइन परियोजनाओं का भी शिलान्यास कर चुके हैं। इसके अलावा डिफेस कॉरिडोर को के जरिए भी बीजेपी बुंदेलखंड के विकास के दावे कर रही है।

राम मंदिर आंदोलन के समय भी बीजेपी का नहीं रहा था इतना जोरदार प्रदर्शन
राम मंदिर आंदोलन और कमंडल की राजनीति को बीजेपी के उभार का सबसे बड़ा कारक माना जाता है। जब राम मंदिर आंदोलन अपने पूरे शबाब पर था तब भी बीजेपी 2017 जैसा प्रदर्शन नहीं कर सकी थी। 1980 में बीजेपी के राजेन्द्र अग्निहोत्री ने झांसी सीट से जीतकर पहली बार बुंदेलखंड में बीजेपी का खाता खोला था। बाद में 1985 में गरौठा सीट से मानवेन्द्र सिंह ने बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की थी। वर्ष 1991 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 11 सीटें हासिल की थीं। 1991 के बाद से 2012 तक के विधानसभा चुनावों में बीजेपी कभी इस तरह का प्रदर्शन नहीं कर सकी थी।

बीजेपी के लिए जीत को दोहराना की कड़ी चुनौती
बीजेपी नेता और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदर्शन से आशान्वित हैं कि पार्टी फिर से सत्ता में वापसी करेगी। बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य डा. कमलेश सक्सेना के अनुसार पार्टी बुंदेलखंड में फिर से सभी सीटें जीतेगी। डा. सक्सेना के अनुसार हो सकता है कि कुछ सीटों पर पार्टी निवर्तमान विधायकों को टिकट न दे लेकिन पार्टी का प्रदर्शन इस बार के चुनावों में भी वैसा ही रहेगा।

पीएम मोदी और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे