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वाराणसी में छात्रा से हैवानियत का मामलाः दुष्कर्म के आरोपी को अधिवक्ताओं ने पीटा, डिप्टी सीएम बोले-पीड़ित बच्ची और उसके परिवार के साथ खड़ी है सरकार

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वाराणसी में लहरतारा स्थित एक स्कूल में शुक्रवार को छात्रा से दरिंदगी के मामले का आरोपी अजय कुमार उर्फ सिंकू की शनिवार को कचहरी में पेशी के दौरान अधिवक्ताओं ने जमकर पिटाई कर दी। सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने किसी तरह अधिवक्ताओं के चंगुल से आरोपी को बचाया।

उधर कोर्ट में पेश होने के बाद मजिस्ट्रेट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। पुलिस आरोपी को लेकर शनिवा को दोपहर में कोर्ट परिसर में जैसे ही पहुंची और अधिवक्ताओं की नजर पड़ी। उन्होंने पुलिस की गिरफ्त में ही आरोपी की जमकर पिटाई शुरू कर दी।

पहले तो पुलिस वाले भी कुछ समझ नहीं सके। बाद में किसी तरह उन्होंने आरोपी को बचाया। घटना के बाद कचहरी में कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल रहा। मौके पर उच्चाधिकारियों के पहुंचने पर मामला शांत हुआ।

वाराणसी पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने स्कूली बच्ची के साथ हुई दरिंदगी के सवाल पर कहा कि सरकार पीड़ित बच्ची और उसके परिवार के साथ है। बच्ची का परिवार अगर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एक्शन की मांग करता है तो हम कठोरता के साथ कार्रवाई करेंगे।

शनिवार को यूपी कॉलेज में मंडल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने पहुंचे डिप्टी सीएम ने कहा कि कोई भी दुखद घटना सबके लिए निंदनीय होती है। परिवार के साथ हम संपर्क में हैं। प्रशासन से जो भी अपेक्षा परिवार की होगी उसे पूरा किया जाएगा।

स्कूल मैनेजमेंट पर कार्रवाई के बारे में पूछने पर डॉ. शर्मा ने कहा कि जो भी परिवार कहेगा उसकी बात सुनी जाएगी और कठोर से कठोरतम कार्रवाई, जिसके खिलाफ भी परिवार चाहेगा वो की जाएगी। गौरतलब है कि शुक्रवार दोपहर लहरतारा स्थित एक निजी स्कूल के वॉशरूम में कक्षा तीन में पढ़ने वाली बच्ची के साथ स्कूल के सफाईकर्मी ने दरिंदगी की थी।

इस मामले में स्कूल प्रबंधन पर भी सवाल उठ रहे हैं। वहीं वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने इस मामले को लेकर छह सदस्यीय एसआईटी जांच गठित कर दी है।

वाराणसी में लहरतारा स्थित एक स्कूल में शुक्रवार को छात्रा से दरिंदगी के मामले का आरोपी अजय कुमार उर्फ सिंकू की शनिवार को कचहरी में पेशी के दौरान अधिवक्ताओं ने जमकर पिटाई कर दी। सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने किसी तरह अधिवक्ताओं के चंगुल से आरोपी को बचाया।

उधर कोर्ट में पेश होने के बाद मजिस्ट्रेट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। पुलिस आरोपी को लेकर शनिवा को दोपहर में कोर्ट परिसर में जैसे ही पहुंची और अधिवक्ताओं की नजर पड़ी। उन्होंने पुलिस की गिरफ्त में ही आरोपी की जमकर पिटाई शुरू कर दी।

पहले तो पुलिस वाले भी कुछ समझ नहीं सके। बाद में किसी तरह उन्होंने आरोपी को बचाया। घटना के बाद कचहरी में कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल रहा। मौके पर उच्चाधिकारियों के पहुंचने पर मामला शांत हुआ।