संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक रविवार को शुरू हुई, जिसमें अधिकांश विपक्षी दलों ने पेगासस जासूसी विवाद, महंगाई और बेरोजगारी पर चर्चा की मांग की।
बैठक में विचार-विमर्श से अवगत सूत्रों ने कहा कि विपक्षी नेताओं ने पश्चिम बंगाल सहित कुछ राज्यों में सीमा सुरक्षा बल के विस्तारित अधिकार क्षेत्र का मुद्दा भी उठाया।
समझा जाता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून लाने और लाभकारी सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश का मुद्दा उठाया था।
प्रथागत सत्र-पूर्व की बैठक में उपस्थित प्रमुख विपक्षी नेताओं में कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और आनंद शर्मा, डीएमके से टीआर बालू और तिरुचि शिवा, राकांपा से शरद पवार, शिवसेना से विनायक राउत, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव शामिल थे। , बसपा से सतीश मिश्रा, बीजद से प्रसन्ना आचार्य और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला।
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होगा और 23 दिसंबर को समाप्त होगा।
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