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एकेटीयू शुरू करेगा नॉन टीचिंग क्रेडिट कोर्स : बीटेक में माइनर डिग्री देने पर एकेडमिक काउंसिल की मुहर

एकेटीयू के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज (कैस) में नॉन टीचिंग क्रेडिट कोर्स शुरू किया जाएगा। इंडिपेंडेंट स्टडी एंड रिसर्च नाम का कोर्स संस्थान में चल रहे एमटेक पाठ्यक्रमों में क्रेडिट कोर्स के रूप में होगा। इसमें विद्यार्थी को प्रत्येक सेमेस्टर में एक रिसर्च प्रॉब्लम का समाधान देना होगा। यह निर्णय मंगलवार को कुलपति प्रो. विनीत कंसल की अध्यक्षता में हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया।

बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बीटेक में माइनर डिग्री देने के प्रस्ताव को भी अनुमोदन दिया गया। इसके अंतर्गत आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, ब्लाक चेन, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस व इंटरनेट ऑफ थिंग्स में इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी में स्पेशलाइजेशन के तहत डिग्री देना प्रस्तावित है। विवि में एमबीए के विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग से जोड़ने के लिए ओपन सोर्स समर इंटर्नशिप कराई जाएगी। एनर्जी ऑडिट में एकेटीयू कैंपस को 83 प्रतिशत खपत वाले सौर ऊर्जा प्लांट की स्थापना के चलते सुपर बिल्डिंग की श्रेणी प्राप्त हुई। काउंसिल ने विवि की आईक्यूएसी के निदेशक के तौर प्रो. प्रो मनीष गौड़ को नामित किया है। बैठक में आईआईटी रुड़की के प्रो. हिमांशु जोशी भी मौजूद रहे।

डॉ. पियूष के नाम होगा मेडल
एमटेक नैनो टेक्नोलॉजी में दिए जाने वाले स्वर्ण पदक का नाम संस्थान के दिवंगत संकाय सदस्य डॉ. पीयूष जायसवाल के नाम पर करने का अनुमोदन किया गया। 11 दिसंबर तक मौखिक परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों को इसी साल उपाधि देने की स्वीकृति दी गई। दीक्षांत समारोह में डॉ. सौरभ गुप्ता को डीएससी की उपाधि प्रदान करने को भी हरी झंडी दी गई। डॉ. सौरभ गुप्ता शासकीय सेवा में हैं।

एकेटीयू के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज (कैस) में नॉन टीचिंग क्रेडिट कोर्स शुरू किया जाएगा। इंडिपेंडेंट स्टडी एंड रिसर्च नाम का कोर्स संस्थान में चल रहे एमटेक पाठ्यक्रमों में क्रेडिट कोर्स के रूप में होगा। इसमें विद्यार्थी को प्रत्येक सेमेस्टर में एक रिसर्च प्रॉब्लम का समाधान देना होगा। यह निर्णय मंगलवार को कुलपति प्रो. विनीत कंसल की अध्यक्षता में हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया।

बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बीटेक में माइनर डिग्री देने के प्रस्ताव को भी अनुमोदन दिया गया। इसके अंतर्गत आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, ब्लाक चेन, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस व इंटरनेट ऑफ थिंग्स में इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी में स्पेशलाइजेशन के तहत डिग्री देना प्रस्तावित है। विवि में एमबीए के विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग से जोड़ने के लिए ओपन सोर्स समर इंटर्नशिप कराई जाएगी। एनर्जी ऑडिट में एकेटीयू कैंपस को 83 प्रतिशत खपत वाले सौर ऊर्जा प्लांट की स्थापना के चलते सुपर बिल्डिंग की श्रेणी प्राप्त हुई। काउंसिल ने विवि की आईक्यूएसी के निदेशक के तौर प्रो. प्रो मनीष गौड़ को नामित किया है। बैठक में आईआईटी रुड़की के प्रो. हिमांशु जोशी भी मौजूद रहे।

एमटेक नैनो टेक्नोलॉजी में दिए जाने वाले स्वर्ण पदक का नाम संस्थान के दिवंगत संकाय सदस्य डॉ. पीयूष जायसवाल के नाम पर करने का अनुमोदन किया गया। 11 दिसंबर तक मौखिक परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों को इसी साल उपाधि देने की स्वीकृति दी गई। दीक्षांत समारोह में डॉ. सौरभ गुप्ता को डीएससी की उपाधि प्रदान करने को भी हरी झंडी दी गई। डॉ. सौरभ गुप्ता शासकीय सेवा में हैं।