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ठगी का जाल: शक्तिवर्धक दवाओं का सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर बेचते थे ‘चूरन’, सरगना सहित दो पकड़े गए

आगरा के सिकंदरा में शक्तिवर्धक दवाओं के नाम पर लोगों से ठगी करने के मामले में आरोपी सरगना समेत तीन पर पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की। बुधवार को सरगना और उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि एक और आरोपी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। तीनों आरोपी पूर्व में जेल भेजे गए थे।

थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि अगस्त 2020 में कारगिल चौराहा स्थित भावना मल्टीप्लेक्स की दूसरी मंजिल पर डिसिस केयर वर्ल्ड के नाम से फर्जी कंपनी पर पुलिस ने छापा मारा था। पुलिस ने इस दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें बाईंपुर निवासी वीकेश यादव और अछनेरा निवासी प्रशांत शर्मा थे। यह लोग शक्तिवर्धक दवाओं की बिक्री करते थे। यहां कॉल सेंटर चल रहा था, जिसमें कर्मचारी काम करते थे। वह सोशल मीडिया और गूगल पर विज्ञापन देते थे। विज्ञापन में लिखे नंबर पर कॉल करने वालों को शक्तिवर्धक दवाओं की जानकारी देते थे। आनलाइन आर्डर लेकर दवाओं को भेजते थे।

आरोपी दवाओं के डिब्बे की एमआरपी बदल देते थे। बिक्री रेट 20 गुना अधिक कर दी जाती थी। वह आयुर्वेदिक दवाएं कैलाश मोड़ और सिकंदरा की फार्मा फर्म से खरीदते थे। डिब्बों पर अपनी कंपनी का लेबल भी चस्पा कर देते थे। बाद में बाईंपुर निवासी शुभम वर्मा भी पकड़ा गया था। तीनों जेल से जमानत पर बाहर आ गए थे। पुलिस ने तीनों के खिलाफ 22 अक्तूबर को गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की थी। इस पर आरोपी वीकेश और शुभम वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वीकेश गैंग का सरगना है।

उत्तराखंड पुलिस ने भी पकड़ा था कॉल सेंटर
थाना सिकंदरा में हाल ही में उत्तराखंड पुलिस ने छापा मारा था तो शक्तिवर्धक दवाओं का कॉल सेंटर पकड़ा था। पुलिस आरोपियों को पकड़कर अपने साथ ले गई थी। वह हाथरस से आयुर्वेदिक दवाओं को लाने के बाद बिक्री करते थे। सोशल मीडिया पर विज्ञापन में योग गुरू बाबा रामदेव का चित्र लगाते थे, जिससे लोग झांसे में आ जाते थे।
दो साल में दवाओं के ये मामले पकड़े गए
– पंजाब में नशे की दवाएं पकड़ी गई थीं। इसके बाद पंजाब पुलिस ने आगरा में छापा मारा था। पुलिस कपिल और जितेंद्र अरोरा को गिरफ्तार कर ले गई थी। कमला नगर में आरोपियों का गोदाम सील किया था।
– पुलिस ने पंकज गुप्ता गैंग पर शिकंजा कसा था। आरोपी नकली दवाओं की बिक्री करता था। पुलिस ने आठ से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया था। गैंगस्टर की कार्रवाई भी की गई थी।
– पुलिस ने राजौरा बंधुओं को पकड़ा था। आरोपी आवास विकास के सेक्टर 12 में गोदाम चलाते थे। गोदाम में नकली दवाएं बरामद की थी। पुलिस ने आगरा के बाद आरोपियों की मथुरा में फैक्टरी पकड़ी थी, जिसमें नकली दवाएं बनाई जाती थीं।
– थाना जगदीशपुरा के गढ़ी भदौरिया में सर्जिकल आइटम बनाने की फैक्टरी पकड़ी गई थी। आरोपी राजन अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।
– यमुनापार में शक्तिवर्धक दवाओं का गोदाम पकड़ा गया था। यहां से दवाओं कीऑनलाइन बिक्री की जाती थी। गोदाम में आयुर्वेदिक दवाएं मिली थीं।

आगरा के सिकंदरा में शक्तिवर्धक दवाओं के नाम पर लोगों से ठगी करने के मामले में आरोपी सरगना समेत तीन पर पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की। बुधवार को सरगना और उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि एक और आरोपी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। तीनों आरोपी पूर्व में जेल भेजे गए थे।

थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि अगस्त 2020 में कारगिल चौराहा स्थित भावना मल्टीप्लेक्स की दूसरी मंजिल पर डिसिस केयर वर्ल्ड के नाम से फर्जी कंपनी पर पुलिस ने छापा मारा था। पुलिस ने इस दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें बाईंपुर निवासी वीकेश यादव और अछनेरा निवासी प्रशांत शर्मा थे। यह लोग शक्तिवर्धक दवाओं की बिक्री करते थे। यहां कॉल सेंटर चल रहा था, जिसमें कर्मचारी काम करते थे। वह सोशल मीडिया और गूगल पर विज्ञापन देते थे। विज्ञापन में लिखे नंबर पर कॉल करने वालों को शक्तिवर्धक दवाओं की जानकारी देते थे। आनलाइन आर्डर लेकर दवाओं को भेजते थे।

आरोपी दवाओं के डिब्बे की एमआरपी बदल देते थे। बिक्री रेट 20 गुना अधिक कर दी जाती थी। वह आयुर्वेदिक दवाएं कैलाश मोड़ और सिकंदरा की फार्मा फर्म से खरीदते थे। डिब्बों पर अपनी कंपनी का लेबल भी चस्पा कर देते थे। बाद में बाईंपुर निवासी शुभम वर्मा भी पकड़ा गया था। तीनों जेल से जमानत पर बाहर आ गए थे। पुलिस ने तीनों के खिलाफ 22 अक्तूबर को गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की थी। इस पर आरोपी वीकेश और शुभम वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वीकेश गैंग का सरगना है।