Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

UP Election 2022: गाजीपुर में चाय पर चुनावी चर्चा, पढ़िए यहां के लोगों के क्या हैं चुनावी मुद्दे?

उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर गाजीपुर के लोगों ने अपना चुनावी एजेंडा बताया। रविवार को चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ यहां पहुंचा। सिटी स्टेशन चौराहे पर आयोजित ‘चाय पर चर्चा’ के दौरान स्थानीय लोगों ने खुलकर चुनावी मुद्दों पर बात की। इस दौरान लोगों ने बिजली, सड़क, महंगाई और रोजगार के मुद्दों पर खुलकर बात की। किसी ने मौजूदा सरकार के कामकाज की तारीफ की तो किसी ने कमियां गिनाईं। पढ़िए किसने क्या कहा?

मंसूर मिसाल ने महंगाई, बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस सरकार से जनता में आक्रोश है। निर्भर नारायण सिंह (बिजली कर्मचारी नेता) ने कहा कि विकास तो हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि बिजली का इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2021 संसद के शीतकालीन सत्र में आना है। हमलोगों के 15 लाख कर्मचारी देश में हैं। कम से कम 40 हजार पावर कॉर्पोरेशन में हैं। हमारी मांग है कि पुरानी पेंशन को लागू किया जाए। सरकार ने कहा कि हम संविदा पर काम कर रहे लोगों को समय से वेतन देंगे। कहीं वेतन नहीं मिल रहा है। ठेकेदार और अधिकारी मिलकर सारा पैसा खाए जा रहे हैं। हमारी मांग है कि संविदा के लोगों को अगर नियमित नहीं कर सकते हैं तो उन्हें सीधे भुगतान कराया जाए।

हर्षजीत ने कहा कि बिजली 22 घंटे आती है, सड़कें भी बहुत अच्छी बन गई हैं, फोर लाइन सड़कों का जाल बिछ गया है, एक्सप्रेस वे बन गया है, रेलवे का दोहरीकरण हो गया है और सामने स्टेशन बन गया है। तारीघाट पुल का जो सपना नेहरू जी ने देखा था वो मनोज सिन्हा और पीएम मोदी जी ने पूरा किया। जो सपना सपा देखा था जैसा कि समाजवादी पार्टी के लोग कहते हैं, उसे भाजपा ने पूरा किया। जो सपना बसपा देख रही थी गंगा एक्सप्रेस वे का उसे आने वाले समय में योगी जी शिलान्यास करके पूरा करेंगे। वहीं, एक शख्स ने कहा कि इस सरकार में काम हुए इसमें दो राय नहीं है लेकिन बहुत सी समस्याएं हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि चीनी मिल 8-10 साल से ठप पड़ा है। कटाई मिल बहुत दिन से ठप पड़ा है। उन्होंने कहा कि इसे नौजवानों के लिए खोला जाए। साथ ही उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी का भी मुद्दा उठाया।

मोईउद्दीन ने कहा कि 2014 में जब पीएम मोदी को वोट देने की बात हुई थी तब मैंने उनका एक भाषण देखा था। उन्होंने कहा था कहा कि आऊंगा तो शिक्षा को आम कर दूंगा। इस बात से हम इतना खुश हुए थे कि एक व्यक्ति ऐसा आया है कि जो हमें शिक्षा की बात कह रहा है। हम सबने वोट दिया और उन्हें 2014 में पूर्ण बहुमत से सत्ता पर काबिज कराया। मगर आज हम देखते हैं कि वो अब शिक्षा पर कोई बात नहीं करते और लोगों को भ्रमित करते रहते हैं। राज्य सरकार ने यहां शिक्षा के माध्यम से कोई काम नहीं किया है, जिससे जनता को कोई लाभ मिल सके। शशांक उपाध्याय ने कहा कि गाजीपुर में सबसे बड़ा मुद्दा विश्वविद्यालय का है। यहां 350 महाविद्यालय हैं लेकिन विश्वविद्यालय नहीं है। वर्षों से इसकी मांग की जा रही है। मगर इसको लेकर कोई योजना नहीं बनी और न ही अब तक कोई आश्वासन आया है। गर्वजीत ने कहा कि पिछली सरकार में ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ वाला कार्यक्रम था। गाजीपुर में बिजली सात दिन सुबह और सात दिन शाम आती थी और अभी 20 घंटे बिजली मिल रही है। यहां फोर लाइन सड़क, मेडिकल कॉलेज बन गया है, जिसका लाभ गरीब जनता को मिल रहा है। योगी सरकार दोबारा आएगी तो विश्वविद्यालय पर काम करेगी।

संतु यादव चायवाला ने कहा कि योगी जी माहौल बुरा है। कुछ काम नहीं किए हैं केवल नाम बदले हैं। सबकुछ नीलाम कर लिए। जनता की भलाई के लिए उन्हें बढ़िया काम करना चाहिए। संजय ने कहा कि सात-आठ वर्ष पहले बनारस से शेरपुर जाने में 6-7 घंटे लगता था और अभी डेढ़ घंटा लगता है। यहां पर पहले जब हम आते थे तब बिजली नहीं रहती थी और आज मेरे घर में एयर कंडीशन है। पहले पुलिस लेकर चलना पड़ता था और आज मैं अकेले गाड़ी में घूमता हूं। मुझे डर नहीं है कि मुझे कोई किडनैप कर लेगा। यह विकास नहीं है तो क्या है। अखिलेश राय ने कहा कि न अपराध कम हुआ और न ही भय। अपराधी अपराधी होता है उसकी कोई जात नहीं कोई धर्म नहीं। किसी के घर पर बुलडोजर चले और किसी के किला को सुरक्षित रखा जाय। इस पर एक शख्स ने जवाब देते हुए कहा कि गाजीपुर की यहां की जनता तो बतुत खुश हैं। यहां कानून व्यवस्था पहले से सुधरी है। गाजीपुर में पहले तो कितनी घटनाएं होती थी लेकिन आज इसमें कमी आई है।

गर्वजीत ने कहा कि योगी जी साढ़े चार लाख नौकरियां दे चुके हैं। यहां जल्दी ही इंडस्ट्री लगेगी। रोजगार के साधन खुलेंगे। आशुतोष गुप्ता ने कहा कि इस सरकार में सिर्फ दिखावा है। झूठ का प्रचार हो रहा है। यहां न सड़क है और न बिजली। बिजली इतनी महंगी है कि पूछिए मत। सतेंद्र कुमार ने कहा कि नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं लेकिन योगी जी के समय में एक काम हुआ है कि गुंडाराज खत्म हो गया है। इस पर अखिलेश राय ने तंज कसते हुए कहा कि कहा कि जब गुंडा राजा बन जाता है तो गुंडाराज खत्म हो जाता है। शशांक कुमार ने कहा कि हर क्षेत्र में विकास हुआ है। यहां के लोगों को विकास के मतलब नहीं है उन्हें विनाश से मतलब है।

मृत्युंजय राय ने रेस्टोरेंट बिजनेस लोन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि करीब तीन महीने से लोन के लिए सभी बैंको में जा रहा हूं लेकिन अभी तक मुझे लोन की प्राप्ति नहीं हुई है। उन्होंने आगे कहा कि तीन साल का आईटीआर है, 26 लाख का ट्रांजेक्शन भी है, जीएसटी है, फुड प्रोडक्शन का लाइसेंस भी है। सब कागज रहने के बावजूद भी लोन नहीं मिला है और सरकार मुद्रा लोन, बिजनेस लोन की बात करती है। डॉ व्यासमुनी राय ने कहा कि अपराध पर 90 फीसदी कंट्रोल हो चुका है। विकास की गति तेजी से चल रही है। 70 साल से जो चोरी करते आए हैं, उन्हें एक दिन में विकास नहीं दिखेगा। मोदी जी और योगी जी ने भारत की चेतना को जगाया है। मनीष कुमार राय ने कहा कि भाजपा वाले दूसरे के कार्यां को अपना कह लेते हैं। यह टोटल जुमलेबाज की सरकार है। उन्होंने कहा कि नौकापुरा में जाकर देखिए विकास नजर आ जाएगा। आज भी कमर भर पानी भर जाता है। जबकि यहां छह बार से नगरपालिका चेयरमैन हैं।

उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर गाजीपुर के लोगों ने अपना चुनावी एजेंडा बताया। रविवार को  चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ यहां पहुंचा। सिटी स्टेशन चौराहे पर आयोजित ‘चाय पर चर्चा’ के दौरान स्थानीय लोगों ने खुलकर चुनावी मुद्दों पर बात की। इस दौरान लोगों ने बिजली, सड़क, महंगाई और रोजगार के मुद्दों पर खुलकर बात की। किसी ने मौजूदा सरकार के कामकाज की तारीफ की तो किसी ने कमियां गिनाईं। पढ़िए किसने क्या कहा?

मंसूर मिसाल ने महंगाई, बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस सरकार से जनता में आक्रोश है। निर्भर नारायण सिंह (बिजली कर्मचारी नेता) ने कहा कि विकास तो हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि बिजली का इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2021 संसद के शीतकालीन सत्र में आना है। हमलोगों के 15 लाख कर्मचारी देश में हैं। कम से कम 40 हजार पावर कॉर्पोरेशन में हैं। हमारी मांग है कि पुरानी पेंशन को लागू किया जाए। सरकार ने कहा कि हम संविदा पर काम कर रहे लोगों को समय से वेतन देंगे। कहीं वेतन नहीं मिल रहा है। ठेकेदार और अधिकारी मिलकर सारा पैसा खाए जा रहे हैं। हमारी मांग है कि संविदा के लोगों को अगर नियमित नहीं कर सकते हैं तो उन्हें सीधे भुगतान कराया जाए।

हर्षजीत ने कहा कि बिजली 22 घंटे आती है, सड़कें भी बहुत अच्छी बन गई हैं, फोर लाइन सड़कों का जाल बिछ गया है, एक्सप्रेस वे बन गया है, रेलवे का दोहरीकरण हो गया है और सामने स्टेशन बन गया है। तारीघाट पुल का जो सपना नेहरू जी ने देखा था वो मनोज सिन्हा और पीएम मोदी जी ने पूरा किया। जो सपना सपा देखा था जैसा कि समाजवादी पार्टी के लोग कहते हैं, उसे भाजपा ने पूरा किया। जो सपना बसपा देख रही थी गंगा एक्सप्रेस वे का उसे आने वाले समय में योगी जी शिलान्यास करके पूरा करेंगे। वहीं, एक शख्स ने कहा कि इस सरकार में काम हुए इसमें दो राय नहीं है लेकिन बहुत सी समस्याएं हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि चीनी मिल 8-10 साल से ठप पड़ा है। कटाई मिल बहुत दिन से ठप पड़ा है। उन्होंने कहा कि इसे नौजवानों के लिए खोला जाए। साथ ही उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी का भी मुद्दा उठाया।