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मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना: फिरोजाबाद में सामने आई बड़ी गड़बड़ी, किसी की कराई दोबारा शादी, किसी को बना दिया बालिका वधू

सार
फिरोजाबाद के टूंडला में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में आरोप लगे हैं कि चचेरे-भाई बहन की शादी कराई गई।

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मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हुए समारोह में पैसों के लिए जमकर गड़बड़झाला हुआ। टूंडला क्षेत्र में एक मामले में नाबालिग की शादी करा दी। वहीं युवती की पहले से शादीशुदा चचेरे भाई से विवाह करा दिया। इन्हें प्रमाण-पत्र भी थमा दिए। मामला संज्ञान में आने पर जांच शुरू हो गई है।
टूंडला में सामने आए मामले
टूंडला खंड विकास कार्यालय परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजन किया गया था। इस समारोह में नगरपालिका से 2, ब्लाक टूंडला से 28 और ब्लॉक नारखी के 21 जोड़ों की शादी कराई गई थी। इस सामूहिक समारोह में जोड़े तैयार करने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों ने खेल कर दिया। 

पहला मामला ब्लाक टूंडला के नगला प्रेम (घड़ी) गांव से जुड़ा सामने आया। सामूहिक विवाह समारोह की लिस्ट में शिवानी पुत्री रामनरायन का विवाह राजकुमार निवासी सादात एटा के साथ दर्शाया कराया गया है, लेकिन समारोह में जो फोटो खिंचे हैं उनमें जो वर-वधू नजर आ रहे हैं वे चचेरे भाई-बहन हैं। ग्रामीणों व प्रधान ने बताया कि गांव के एक व्यक्ति द्वारा पैसों के लिए अपनी बेटी की झूठी शादी अपने बड़े भाई के बेटे के साथ करा दी। भाई पहले से शादीशुदा है। पैसों व मिलने वाले सामान के लिए उनकी शादी करा दी गई। हालांकि प्रशासन की ओर से अभी उन्हें केवल दहेज का सामान दिया गया है, जबकि आर्थिक मदद के रूप में मिलने वाली 35 हजार की धनराशि बाद में मिलने वाली है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अरविंद कुमार ने बताया कि समारोह की हमें कोई जानकारी नहीं दी गई और न ही परिवारों की जानकारी मांगी। 

सामने आए ये मामले
तहसील क्षेत्र के ही गांव मरसेना से जुड़ा है। गांव के रूपराम की बेटी अभी कक्षा आठ की छात्रा है और आधार कार्ड में उसकी उम्र 13 वर्ष है। उसकी शादी पप्पू पुत्र राधेश्याम निवासी बिचपुरी एटा के साथ करा दी गई। शादी के बाद दहेज के रूप में जरूरत का सामान दिया गया था।
तीसरा मामला भी इसी गांव का है। गांव के शंभूदयाल की बेटी भावना की शादी इसी वर्ष 24 मई को हो चुकी है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में इसकी दोबारा से शादी करा दी गई और दहेज का सामान भी दे दिया गया।
चौथा मामला गांव मरसेना के अमर सिंह की 18 वर्षीय बेटी राखी का विवाह रंजीत कुमार निवासी मेडू हाथरस के साथ सामूहिक विवाह संपन्न होने वालों की लिस्ट में  है, लेकिन हकीकत में उसके फेरे ही नहीं हुए। रंजीत मंडप से भाग गया। उसने बताया कि गलत तरीके से उसका नाम लिखा दिया था। उसे इस तरह शादी नहीं करनी। 
हमसे नहीं ली जानकारी
सामूहिक विवाह समारोह में हमें शामिल नहीं किया गया। न ही हमसे उक्त परिवारों की कोई जानकारी ली गई। अधिकारियों ने अपने स्तर से लिस्ट तैयार कर विवाह कराए हैं। -दुर्गेश शर्मा, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मरसेना 
संज्ञान में आया है मामला
भाई-बहन की शादी का मामला संज्ञान में आया था, लेकिन जो मामला बताया जा रहा था वह हमारे यहां रजिस्टर्ड नहीं है। न ही उन्हें कोई सामान दिया गया है। दूसरी लड़की की उम्र की जांच कराई जा रही है। दूसरे गांव के मामले की भी जांच कराई जाएगी। – नरेश कुमार, खंड विकास अधिकारी, टूंडला
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विस्तार

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हुए समारोह में पैसों के लिए जमकर गड़बड़झाला हुआ। टूंडला क्षेत्र में एक मामले में नाबालिग की शादी करा दी। वहीं युवती की पहले से शादीशुदा चचेरे भाई से विवाह करा दिया। इन्हें प्रमाण-पत्र भी थमा दिए। मामला संज्ञान में आने पर जांच शुरू हो गई है।

टूंडला में सामने आए मामले

टूंडला खंड विकास कार्यालय परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजन किया गया था। इस समारोह में नगरपालिका से 2, ब्लाक टूंडला से 28 और ब्लॉक नारखी के 21 जोड़ों की शादी कराई गई थी। इस सामूहिक समारोह में जोड़े तैयार करने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों ने खेल कर दिया। 

पहला मामला ब्लाक टूंडला के नगला प्रेम (घड़ी) गांव से जुड़ा सामने आया। सामूहिक विवाह समारोह की लिस्ट में शिवानी पुत्री रामनरायन का विवाह राजकुमार निवासी सादात एटा के साथ दर्शाया कराया गया है, लेकिन समारोह में जो फोटो खिंचे हैं उनमें जो वर-वधू नजर आ रहे हैं वे चचेरे भाई-बहन हैं। ग्रामीणों व प्रधान ने बताया कि गांव के एक व्यक्ति द्वारा पैसों के लिए अपनी बेटी की झूठी शादी अपने बड़े भाई के बेटे के साथ करा दी। भाई पहले से शादीशुदा है। पैसों व मिलने वाले सामान के लिए उनकी शादी करा दी गई। हालांकि प्रशासन की ओर से अभी उन्हें केवल दहेज का सामान दिया गया है, जबकि आर्थिक मदद के रूप में मिलने वाली 35 हजार की धनराशि बाद में मिलने वाली है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अरविंद कुमार ने बताया कि समारोह की हमें कोई जानकारी नहीं दी गई और न ही परिवारों की जानकारी मांगी।