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Editorial: भारत के निर्यात में बढ़ोत्तरी, अब चीनी कंपनियों को पीछे छोडऩे का समय

20-dec-2021

एक समय था जब भारतीय मोबाइल कंपनी के नाम पर लोग सिर्फ सैमसंग और नोकिया को जानते थे। फिर उसके बाद मोटोरोला समेत कुछ और कम्पनियां आई। एप्पल आईफोन तो बहुत सारे लोगों के लिए लक्जरी था ही लेकिन सैमसंग गैलेक्सी सीरीज भी सबका सपना हुआ करता था।

फिर आया रेडकी, रियलमी, ओप्पो और वीवो जैसे फोन का दौर। दौर ऐसा आया कि सबकुछ तबाह हो गया। इन कम्पनियों ने ऐसी जगह बनाई कि भारतीय बाजार पर चीनी मोबाइल का कब्जा हो गया। ये फ़ोन सस्ते और सुन्दर, दोनों थे उइस्लिये इन्होने मार्किट पर ऐसी धक् जमी कि भारतीय ब्रांड मुंह ताकते रह गएl लेकिन अब ये क्यों बताया जा रहा है? क्योंकि अब भारत एक आयातक से निर्यातक देश हो गया है और अब भारत के फोन भारत में बढ़ चढ़कर बिक रहे हैं।

मोदी सरकार आयात को निर्यात में तब्दील करने के लिए बहुत प्रतिबद्ध है और परिणामस्वरूप, 2017-2018 के बाद से भारतीय मोबाइल उद्योग शुद्ध आयातक से शुद्ध निर्यातक में बदल गया है। निर्यात 200 मिलियन डॉलर से बढ़कर 1.7 बिलियन डॉलर हो गया है, जबकि इसी अवधि में आयात 3.5 बिलियन डॉलर से लगभग सात गुना कम होकर 500 मिलियन डॉलर हो गया है।

भारत सरकार ने चीन के सस्ते बेकार उत्पादों पर लगाम लगानी शुरू कर दी है। चीनी स्मार्टफोन कंपनियों ने सस्ते वितरण विधियों का इस्तेमाल कर, जैसे कि लागत कम करने और खरीदारों तक तेजी से पहुंचने के लिए पूरी तरह से ऑनलाइन प्रक्रिया का पालन करने की कोशिश कीl वहीं, भारत ने उत्पाद के स्तर पर काम किया। भारत ने सीधे कम्पनियों को भारत में उत्पादन निर्माण करने के लिए कहा। उसके लिए PLI योजना भी शुरू की गई। आज भारत में सैमसंग M सीरीज का हर फोन नोएडा में बन रहा है।

हमनें आपको पहले भी बताया था कि कैसे मोदी सरकार इस मोर्चे पर भारतीय हित को मजबूती से रख रही है। भारतीय सामान और गैर चीनी फोन उत्पादों की कीमत पर नियन्त्रण के लिए सरकार ने इस मोर्चे पर भी क्रमबद्ध तरीके से लगाम लगाना शुरू कर दिया था।सरकार द्वारा 2020 में फोन को जीएसटी स्लैब 12 से 18% में रखा गया। इसके नतीजतन चाइनिज फोन कम्पनियों के फोन की कीमत में एक हजार से दो हजार तक का अंतर आ गया।

एक चीनी स्मार्टफोन की लागत सस्ती हो सकती है लेकिन यह आपके डेटा को माइन करता है और इससे आपको गंभीर जोखिम में डाल सकता है। उनके पास आपके डेटा तक बहुत पहुंच है, जिसका आसानी से दुरुपयोग किया जा सकता है। चीनी स्मार्टफोन, किसी भी अन्य उत्पाद की तरह, प्रौद्योगिकी और नवाचार के मामले में कुछ भी नया आपको नहीं देता हैं। उदाहरण के लिए, चीनी स्मार्टफोन निर्माता, Xiaomi, Apple के डिजाइनों से नकल करने के लिए जाना जाता हैl

अब लोगों को सैमसंग का फोन, रियलमी और रेडमी की कीमत पर मिल रहा है और जहां तक बात है, लोगों के विश्वास की तो अभी भी सैमसंग जैसी कम्पनियों पर ये विश्वास ज्यादा है।