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UP Election: चुनावी मोड में आईं मायावती, 23 को बसपा पदाधिकारियों के साथ बैठक में खोलेंगी अपने पत्‍ते!

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लखनऊ
बसपा प्रमुख मायावती अब पूरी तरह से चुनावी मोड में नजर आ रही हैं। 23 दिसंबर को वह पार्टी मुख्यालय पर पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। विधानसभा चुनाव को लेकर यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। इसमें सभी सेक्टर प्रभारियों, जिलाध्यक्षों और वरिष्ठ पदाधिकारियों को बुलाया गया है। सूत्रों के अनुसार, इसी दिन वह चुनाव प्रचार अभियान और टिकट वितरण के बारे में ऐलान कर सकती है। वह खुद कब से और कहां-कहां जनसभाएं करेंगी, यह जानकारी भी इस बैठक के बाद दी जाएगी।

बताया जा रहा है कि इस बैठक में मायावती सेक्टर प्रभारियों और जिलाध्यक्षों से फीडबैक लेकर जमीनी हकीकत का पता लगाएंगी। वह जमीनी हकीकत पता लगाने की कोशिश करेंगी। इस बैठक के बाद यह देखना होगा कि वह पूर्वांचल से चुनावी अभियान की शुरुआत करती हैं या पश्चिमी यूपी को चुनती हैं।

पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का किया है दावा
बसपा प्रमुख कह चुकी हैं कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में BSP पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी और यह सरकार 2007 में बनी स्पष्ट बहुमत की उसकी सरकार के मुकाबले ज्यादा मजबूत होगी। उनका कहना है कि पार्टी उत्तराखंड में भी बेहतर प्रदर्शन करेगी और पंजाब में गठबंधन की मजबूत सरकार बनाएगी। उत्तराखंड में बसपा सभी सीटों पर अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी और पंजाब में शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन कर चुनाव लड़ा जाएगा।

ब्राह्मणों को जोड़ेंगे सतीश मिश्र
प्रदेश में 84 सीटें एससी और दो सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं। बीएसपी के लिए यह रिजर्व सीटें ही कमजोर कड़ी रही हैं। वजह यह है कि दलित बीएसपी का कोर वोटर है। रिजर्व सीटों पर सभी पार्टियों के इसी वर्ग के प्रत्याशी होते हैं। ऐसे में ये वोट बंट जाते हैं। यहां पर दूसरी जातियां अहम हो जाती हैं। पार्टी ने 2007 में रिजर्व सीटें सबसे ज्यादा जीती थीं। तब पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। उसके बाद से इन सीटों पर प्रदर्शन खराब रहा है। यही वजह है कि मायावती इन सीटों पर ज्यादा जोर दे रही हैं। इन सीटों पर ब्राह्मणों को जोड़ने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को दी गई है।