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आगरा: काल के कपाल पर योगी ने लिखी भविष्य की इबारत, अटल के बटेश्वर को दिखाया विकास का सपना

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हार नहीं मानूंगा, रार नई ठानूंगा, काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूं, गीत नया गाता हूं… पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के इन शब्दों से उनके पैतृक गांव बटेश्वर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काल के कपाल पर भविष्य की नई इबारत लिखने की तैयारी कर ली है। बटेश्वर में योगी ने आयकर छापों पर पीड़ित कार्ड खेलने को पूर्व काल की सरकार के भ्रष्टाचार से जोड़कर अगले चुनाव का मुद्दा तय कर दिया तो पार्टी के सर्वोच्च नेता रहे वाजपेयी की यादों और उनके नाम पर विकास योजनाओं को शुरू करने के सहारे लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ा। योगी ने संस्कृत शिक्षकों और उर्दू अनुवादकों की चर्चा छेड़कर अगले चुनाव के मुद्दों को धार दी।

बटेश्वर में शनिवार को अटल की जयंती पर उनकी बहन कमला वाजपेयी की बहू निर्मला दीक्षित ने योगी के सामने मंच से अटल से जुड़ी यादों के संस्मरण सुनाए तो कवयित्री रुचि चतुर्वेदी ने अटल की कविता आओ फिर से दिया जलाएं… के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।

सांसद राजकुमार चाहर और योगी ने अपने संबोधन की शुरुआत अटल के नाम से की। बटेश्वर के विकास का सपना दिखाने के साथ अटल के परिवार के बटेश्वर में बसने, कर्मकांड कर तीर्थ स्थली बनाने का जिक्र किया। जब अटल से जुड़ी भावनाओं का ज्वार बढ़ा तो उनके सिद्धांतों के मुकाबले विपक्ष के कारनामों को गिनाना शुरू कर दिया और विपक्ष के भ्रष्टाचार पर प्रहार किया।

अयोध्या, काशी कॉरीडोर, मथुरा, वृंदावन के विकास की अगली कड़ी के तौर पर बटेश्वर को विकसित करने का योगी ने सपना दिखाया। अटल के विराट व्यक्तित्व के मुताबिक बटेश्वर तीर्थस्थल को पावन धाम बनाने की घोषणा कर उन्होंने लोगों के दिल को छुआ। बीहड़ में बसे बटेश्वर के युवाओं को रोजगार, विकास से जोड़ने के साथ इस क्षेत्र के जातिगत समीकरणों को भी योगी साध गए।

योगी बोले कि बटेश्वर की धरती पर खेले-कूदे अटल ने देश को हाईवे दिए। स्वर्णिम चतुर्भुज की योजना शुरू की। गांवों को प्रधानमंत्री सड़क योजना से जोड़ा। गरीबों को मुफ्त राशन की योजना, अंत्योदय कार्ड धारकों को राशन दिलाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने अटलजी की जयंती पर 60 हजार छात्रों को टैबलेट और स्मार्ट फोन वितरण किया है। इससे पहले उनकी स्मृति में लखनऊ में प्रदेश की पहली अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी, मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर विराट प्रतिमा, इकाना स्टेडियम का नाम अटल इंटरनेशनल स्टेडियम रखने, 18 अटल आवासीय विद्यालय और 44 अटल इंटर कॉलेज बनाए जा चुके हैं।