उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग में महिला/पुरुष कॉन्स्टेबल के 25,000 पदों पर भर्ती निकाले जाने की तैयारी चल रही है। पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा इसका खाका खींचा जा चुका है। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, इस भर्ती का ब्लू प्रिन्ट प्रदेश सरकार को भेज दिया गया है। राज्य सरकार की ओर से मंजूरी मिलते ही इस भर्ती की आवेदन प्रक्रिया शुरु की जा सकती है। अनुमान लगाया जा रहा है कि दिसंबर माह के अंत तक इसका ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। ऐसे में इन पदों पर आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों को समय-समय पर यूपीपीआरपीबी की वेबसाइट पर विज़िट करते रहना चाहिए। साथ ही अगर अभ्यर्थी सरकारी नौकरी के लिए किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो वो करेंट अफेयर्स की कंप्लीट तैयारी के लिए सफलता डॉट कॉम के जरिए चलाए जा रहे FREE UP Police Constable Ebook – Download Now की मदद ले सकते हैं।
क्या होता है आरक्षी भर्ती का सिलेक्शन प्रॉसेस
यूपीपीआरपीबी के जरिए अब तक सम्पन्न कराई जा चुकी सिपाही भर्ती के आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस भर्ती में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को चार चरणों से होकर गुजरना पड़ता है। इसमें सबसे पहले उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा देनी होती है। इसके बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा, शारीरिक मापदंड, व मेडिकल परीक्षण को पार करना होगा। इन सभी चरणों में सफल होने वाले उम्मीदवारों की अंतिम योग्यता सूची तैयार की जाती है।
सिपाही भर्ती की कितनी होती है आयुसीमा
उत्तर प्रदेश में आरक्षी के पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए। इसके अलावा कॉन्स्टेबल पदों पर केवल 22 वर्ष की अधिकतम आयुसीमा वाले अभ्यर्थियों को ही शामिल होने का मौका दिया जाता है। पुलिस विभाग में काफी लंबे समय से आरक्षी के पदों पर भर्ती नहीं निकाली गई है। ऐसे में उम्मीदवारों द्वारा यह उम्मीद लगाई जा रही है कि आगामी भर्ती में आयुसीमा में बढ़ोत्तरी की जा सकती है। हालांकि इस बारे में अभी तक ऐसी कोई भी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। इसलिए कैंडिडेट्स को कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए जरिए किए जाने वाले नोटिफिकेशन का इंतजार करना होगा।
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किस तरह से होती है वेतन में वृद्धि
यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल के पदों पर निकाली जाने वाली भर्ती में चयनित होने वाले उम्मीदवारों की लगभग 2 वर्षों की ट्रेनिंग कराई जाती है। प्रशिक्षण के दौरान कैंडिडेट्स को 21,700 रुपये का पारिश्रमिक दिया जाता है। ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद उम्मीदवारों को करीब 6 माह तक अंडर ट्रेनिंग में रखा जाता है लेकिन इस समयसीमा में उन्हें तैनाती दे दी जाती है। छ: माह का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अभ्यर्थी को मकान किराया भत्ता, यात्रा भत्ता व अन्य सुविधाओं का लाभ दे दिया जाता है।
क्या पुलिस व पीएसी के कॉन्स्टेबल जवानों को मिलता है समान वेतन
यूपी पुलिस में कांस्टेबल व पीएसी के सिपाही पदों पर अंतिम रूप से चयनित होने वाले अभ्यर्थी को लगभग 30 हज़ार से 40 हज़ार रुपये प्रतिमाह का अनुमानित मासिक वेतन प्राप्त दिया जाता है। जिसमें 7वें पे-कमीशन के अनुसार अन्य भत्ते जैसे यात्रा किराया भत्ता, मकान किराया भत्ता, मेडिकल सुविधा आदि जैसी सुविधाएं शामिल हैं। जो इसे एक बेहद आकर्षक सरकारी नौकरी बनाते हैं।
एक वर्ष में मिलती हैं कितनी छुट्टियां
यूपी पुलिस में कार्यरत सिपाही ने बताया कि आधिकारिक तौर पर एक कॉन्स्टेबल को एक वर्ष में महज 60 छुट्टी दिए जाने का प्रावधान है। हालांकि इन छुट्टियों का कोई निर्धारित शेड्यूल नहीं है। ऐसे में कई बार इस नियम का लाभ भी मिलता है लेकिन ज्यादातर इससे नुकसान ही होता है। अक्सर सिपाही अपनी इन पूरी छुट्टियों का लाभ नहीं ले पाते हैं।
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