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ये गड्ढे कब भरेंगे: ताजनगरी में दो किमी लंबी सड़क, दो मीटर भी चलने लायक नहीं

सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। आगरा के बोदला-सिकंदरा रोड पर दो किमी का हिस्सा ऐसा है कि दो मीटर सड़क भी चलने लायक नहीं है। ऊबड़खाबड़ और गड्ढों में समा चुकी बोदला-दहतोरा मोड़ की सड़क पर वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। हर दिन दो लाख से ज्यादा लोग इस सड़क से निकलते हैं। जलनिगम की विश्व बैंक इकाई इस रोड पर तीन जगह खोदाई कर पानी की पाइपलाइन बिछा रही है तो निर्माण इकाई ने सीवर लाइन के कनेक्शन मेन ट्रंक लाइन से किए हैं।
कमिश्नर अमित गुप्ता ने जलनिगम और नगर निगम को 20 दिसंबर तक बोदला-सिकंदरा रोड, अलबतिया रोड और मारुति एस्टेट-अवधपुरी रोड का निर्माण करने के आदेश दिए थे लेकिन जलनिगम ने अपने आप यह समय सीमा बढ़ाकर 25 दिसंबर कर ली। अब साल का आखिरी दिन है लेकिन इन तीनों ही सड़कों का निर्माण शुरू भी नहीं हुआ। सबसे बुरी स्थिति मारुति एस्टेट रोड, अवधपुरी और बोदला दहतोरा रोड की है, जहां सड़क का कोई हिस्सा ऐसा नहीं जहां डामर नजर भी आ सके।
जलनिगम की लेटलतीफी
जलनिगम को सीवर और पानी की लाइन बिछाने के बाद इन सड़कों की मरम्मत करनी थी लेकिन नगर निगम ने 15 वें वित्त आयोग से इन प्रमुख सड़कों के निर्माण के टेंडर जारी कर दिए। दोनों विभाग एक ही सड़क न बनाएं, इसलिए नगर निगम ने ये सड़कें जलनिगम से गिट्टियां डालकर देने के लिए कहा। अब तक जलनिगम इन सड़कों पर काम खत्म नहीं कर पाया है।

एक साल से लोग परेशान
पार्षद राहुल चौधरी ने कहा कि अलबतिया रोड पर सीवर और पानी की लाइनें बिछाने के बाद गिट्टियां तक नहीं भरी गईं। दो किमी की सड़क दो मीटर भी चलने लायक नहीं है।

मरम्मत नहीं कराई गई
सुभाष नगर निवासी विमलेश ने कहा कि अलबतिया रोड से मारुति एस्टेट रोड पर सीवर और पानी की लाइनें बिछाने के बाद मरम्मत नहीं कराई गई। एक साल पहले नई बनी सड़क बर्बाद कर दी है।

कोई सुनवाई नहीं हो रही
बोदला निवासी प्रदीप मिश्रा ने कहा कि अगर इस रोड से मुख्यमंत्री या वीआईपी को निकलना होता तो ये विभाग रातोंरात काम कर देते। आम आदमी की कोई सुनवाई नहीं। ये साल तो बीत ही गया।

सड़क पर काम का निरीक्षण कराएंगे
नगर आयुक्त निखिल टी. फुंडे ने कहा कि जलनिगम ने 25 दिसंबर तक सड़कों के निर्माण के लिए कहा था। मेरी जानकारी में आया है कि सड़कें नहीं बनी हैं न ही हमें हैंडओवर हुई हैं। जलनिगम का काम खत्म होने के बाद हम निर्माण कराएंगे। कितना काम बाकी है, इसका निरीक्षण करेंगे।