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IT Raid: अखिलेश के बयान पर केशव प्रसाद मौर्य का पलटवार, कहा- छापेमारी को चुनाव से जोड़कर हार का बहाना न खोजें

अभय सिंह राठौर, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में आयकर विभाग और जीएसटी की टीमों ने इत्र कारोबारी एवं सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के करीबी एमएलसी पुष्पराज उर्फ पम्मी जैन (Puspraj Jain) के ठिकानों पर छापेमारी की। जिसके बाद अखिलेश यादव ने कन्नौज से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जमकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। वहीं, अखिलेश के बयान पर पलटवार करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जनता समाजवादी पार्टी का असली चेहरा समझ चुकी है और हम 2022 का चुनाव जीतने जा रहे है, अब इस छापेमारी को चुनाव से जोड़कर के 2022 में हार का बहाना ना खोजें।

केशव प्रसाद मौर्य ने सपा पर साधा निशाना
केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने आयकर विभाग (Income Tax Department) की छापेमारी को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी बौखलाई हुई है, अखिलेश यादव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं, उन्हें इसका स्वागत करना चाहिए। ये छापेमारी किसी एक स्थान पर नहीं, बल्कि पचासों स्थानों पर छापेमारी चल रही है। वहीं, डेप्युटी सीएम ने अखिलेश यादव के छापेमारी के सवाल उठाने पर कहा कि उनके सवाल से ये लगता है कि समाजवादी पार्टी इस प्रकार के घोटाले-घपले और इस प्रकार की भारी भरकम तहखाने से निकल रही रकम से उसका कुछ रिश्ता है।

अखिलेश ने कहा- खीझ निकालने के लिए छापे पड़वा रही बीजेपी
बता दें कि आयकर विभाग की छापेमारी पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस जगह पहले छापा मारा था, उससे समाजवादी पार्टी का कोई रिश्ता नहीं था। उसका बीजेपी से संबंध है। बीजेपी बताए कि इतने बड़े मात्रा में पैसा कैसे निकला। ढूंढने गए थे कि समाजवादी पार्टी के पुष्पराज जैन को और ढूंढ लाए बीजेपी के पीयूष जैन को। अखिलेश ने कहा कि अब बीजेपी अपनी गलती समेटने और खीझ निकालने के लिए यह सब करा रही है और इसके साथ और भी लपेटे में आ गए हैं।

यूपी समेत देशभर के कई शहरों में IT की छापेमारी
आयकर विभाग टीम की उत्तर प्रदेश समेत देश के करीब 50 जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है। यूपी की राजधानी लखनऊ में इत्र कारोबारी मोहम्मद मोहसिन मालिक के हजरतगंज स्थित आवास पर आयकर विभाग के अधिकारी छापेमारी करने पहुंच गए। वहीं, कन्नौज में दो अलग-अलग इत्र कारोबारियों के यहां छापेमारी जारी है। मोहम्मद अब्दुल मालिक, जोकि मोहम्मद मोहसिन मलिक के बड़े भाई बताए जा रहे हैं, उनके ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज उर्फ पंपी जैन के आवास और फैक्ट्री पर भी एक साथ छापेमारी जारी है।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) की तैयारी शुरू हो चुकी है। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए ये चुनाव फरवरी से अप्रैल के बीच हो सकते हैं। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है. 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। इनमें लगभग 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें 63 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं थीं, जबकि पुरुषों का प्रतिशत करीब 60 फीसदी रहा। चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha) में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया।

वहीं, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती (Mayawati) की बीएसपी (Bahujan Samaj Party ) 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bhartiya Janata Party) के बीच है। भाजपा योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।