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धर्मेंद्र प्रधान ने लाल टोपी की फोटो Tweet कर लिखा- इत्र से इतनी दुर्गंध आ गई है कि चेहरा भी दिखाने में सपा नेता को शर्म आ रही है

हाइलाइट्ससपा के ललका सांड़ के बदले बीजेपी की लाल टोपी वाला हमलाकहा- ताल ठोंकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान बन गईनेता एक-दूसरे पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैंअभय सिंह राठौर, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav) जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सियासी दलों का एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सत्तारूढ़ बीजेपी पार्टी हो या फिर अन्य विरोधी दल चुनावी मंचों और सोशल मीडिया के जरिये एक-दूसरे पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। शनिवार को केंद्रीय मंत्री एवं यूपी बीजेपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रभारी ने ट्वीटर के जरिये सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ताल ठोंकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान बन गई है।

यूपी की सत्ता में दोबारा वापसी के लिए बीजेपी आलाकमान ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) को यूपी का बीजेपी चुनाव प्रभारी बनाया है। केंद्रीय मंत्री ने लाल टोपी पहने एक व्यक्ति की फ़ोटो को ट्वीट (Tweet) कर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए लिखा- “सही कह रहे हैं कि अखिलेश जी, ताल ठोंकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान बन गई है।” उन्होंने लिखा- “भाजपा नेतृत्व तो विनम्रता से जन विश्वास प्राप्त करने के लिए यात्रा पर निकला है। योगी जी के राज में ताल ठोंक कर रेड अलर्ट करने वाले असामाजिक तत्व पीठ दिखा कर ही भाग रहे हैं।”

‘लाल टोपी वालों से सावधान’
वहीं, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के करीबी इत्र कारोबारियों पर हो रही छापेमारी को लेकर उन्होंने तंज कसते हुए लिखा कि मुझे लगता है कि रेड अलर्ट वालों को इत्र की दुर्गंध ने ऐसा शर्मसार किया है कि उन्हें चेहरा दिखाने में भी शर्म आ रही है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लाल टोपी वालों से सावधान करने वाले ट्वीट में जिस फ़ोटो को ट्वीट किया है उस पर लिखा –

गुंडे-माफिया है तुम्हारी पहचान लाल टोपी
जनता को तुमने किया था बदहाल
जनता करेगी लाल टोपी का बुरा हाल
लाल टोपी वालों से सावधान

अखिलेश ने बीजेपी की जनविश्वास यात्रा पर कसा था तंज
बता दें कि आयकर विभाग (Income Tax) की टीम ने शुक्रवार सुबह समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज उर्फ पम्पी जैन (Puspraj Jain) समेत इत्र कारोबारियों (Perfume Trader) के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी की जनविश्वास यात्रा (Jan Vishwas Yatra) पर भी तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि इनकी यात्रा में जितनी भीड़ आ रही है, उतनी भीड़ तो चाऊमीन के ठेले पर आती है, इनको चाऊमीन का ठेला खोलना चाहिए। अखिलेश ने आगे कहा कि यह सरकार जाने वाली है, अगले साल नई सरकार आने वाली है। उन्होंने इत्र को लेकर कहा ‘इत्र’ गंगा जमुनी तहजीब और गंगा जमुनी तहजीब की जो संस्कृति है, उसको साथ लाता है। कन्नौज के लोगों ने हमेशा जयचंद को पहचाना है, इस बार भी उत्तर प्रदेश से जय चंदों को भगाया जाएगा।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) की तैयारी शुरू हो चुकी है। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए ये चुनाव फरवरी से अप्रैल के बीच हो सकते हैं। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है. 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। इनमें लगभग 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें 63 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं थीं, जबकि पुरुषों का प्रतिशत करीब 60 फीसदी रहा। चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha) में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया।

वहीं, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती (Mayawati) की बीएसपी (Bahujan Samaj Party ) 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bhartiya Janata Party) के बीच है। भाजपा योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।