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vaishno devi news: वैष्णो देवी दर्शन को गए थे जीजा-साले, भगदड़ में दोनों की मौत, परिवारों पर टूटा गमों का पहाड़

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हाइलाइट्सवैष्णो देवी मंदिर से ऐसी खबर आई, जिसे सुनकर पूरा देश शोक में डूब गयाशुक्रवार देर रात वैष्णो मंदिर में भगदड़ से 12 लोगों की मौत हो गईइस दर्दनाक हादसे में कानपुर के रहने वाले जीजा-साले की मौत हो गईसुमित शर्मा, कानपुर
न्यू ईयर की सुबह वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi Temple) से ऐसी खबर आई, जिसे सुनकर पूरा देश शोक में डूब गया। वैष्णो मंदिर में भगदड़ से 12 लोगों की मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे में कानपुर के रहने वाले जीजा-साले की मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिवारों में कोहराम मच गया। दोनों ही परिवारों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। वैष्णो देवी प्रशासन ने कानपुर प्रशासन को सूचना भेजी थी।

बिधनू थाना क्षेत्र स्थित काकोरी गांव में रहने वाले नरेंद्र कश्यप (35) शहर में प्राइवेट नौकरी करते थे। नरेंद्र की शादी पनकी में रहने वाली जानकी कश्यप से हुई थी। नरेंद्र का 7 साल का बेटा और पांच साल की बेटी है। नरेंद्र बीते 29 दिसंबर (बुधवार) को अपने साले महेंद्र के साथ जम्मू गए थे। बीते शुक्रवार की रात नरेंद्र और महेंद्र वैष्णो माता के दर्शन के लिए जा रहे थे। इसी दौरान भगदड़ मच गई और दोनों की मौत हो गई।

हर साल जाते थे वैष्णो देवी
मृतक महेंद्र के भाई सुरेंद्र ने बताया कि मोहल्ले के 7 लोग वैष्णो माता दर्शन के लिए गए थे। हमें सुबह जानकारी मिली कि भगदड़ में भाई महेंद्र और बहनोई नरेंद्र की मौत हो गई है। नरेंद्र हर साल एक जनवरी को वैष्णो माता के दर्शन के लिए जाते थे। एक जनवरी को नरेंद्र का बर्थडे भी होता था। वहीं, महेंद्र की शादी भी तय हो गई थी।

सुरेंद्र का कहना है कि इस हादसे में जीजा की मौत हो गई है। बहन के दो छोट-छोटे बच्चे हैं। उनके जीवन यापन के लिए सरकार से योग्यता के अनुसार नौकरी की मांग करते हैं।

फ्लाइट से आएंगे शव
इस दर्दनाक हादसे के बाद ग्रामीणों और रिश्तेदारों की भीड़ लग गई। नरेंद्र का परिवार भी काकोरी गांव से पनकी गंगागंज पहुंच रहा है। एडीएम सिटी अतुल कुमार और एसडीएम पीड़ित परिवार के घर पहुंचे। परिवार को ढांढस बधाया। जानकारी के मुताबिक, दोनों शवों को फ्लाइट से कानपुर लाया जाएगा।

मृतकों के परिजन