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UP Opinion Poll Result: यूपी चुनाव में BJP को सपा से ही मिलेगी असली चुनौती, लड़ाई में कहीं नहीं बसपा-कांग्रेस

हाइलाइट्सयूपी चुनाव के मैदान में भाजपा और सपा के बीच हो सकती है सीधी लड़ाईएनबीटी ऑनलाइन के सर्वे में 67 फीसदी ने माना भाजपा व सपा की होगी टक्करभाजपा का किसी से मुकाबला नहीं मानने वालों की संख्या भी करीब 30 फीसदीयूपी के चुनावी मुकाबले में कांग्रेस की स्थिति बसपा से दिख रही है मजबूतलखनऊ
यूपी चुनाव (UP Chunav) के मैदान में टक्कर किन दलों के बीच होने जा रही है? इस सवाल का जवाब अगर आप किसी भी भी राजनीतिक दल के नेता से मागेंगे तो वे अपने ही दल को लड़ाई में सबसे आगे बताएंगे। लेकिन, जब यह सवाल जनता के बीच जाती है तो असली परिणाम सामने निकल कर आता है। एनबीटी ऑनलाइन की ओर से यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) को लेकर विशेष रूप से सर्वे कराया गया है। आम लोगों से 10 मुद्दों पर बातचीत की गई है। तमाम मुद्दों पर जनता की राय सामने आई है। जनता ने जिस प्रकार से सर्वे का परिणाम दिया है, उससे प्रदेश की बदलती राजनीतिक तस्वीर का पता चलता है।

एनबीटी ऑनलाइन के सर्वे में सवाल किया गया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा (BJP) को सबसे अधिक किस राजनीतिक दल से टक्कर मिलने वाली है। इस सर्वे के परिणाम यूपी के चुनावी मैदान में चल रहे मुकाबले की तस्वीर पेश करते हैं। सर्वे में लोगों ने कहा कि भाजपा को सपा गठबंधन से सीधी टक्कर मिल रही है। हालांकि, इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस को लोग टक्कर में ही नहीं देख रहे। वहीं, भाजपा को किसी से टक्कर नहीं मिलेगी, ऐसा मानने वालों की संख्या भी काफी ज्यादा है।

सपा गठबंधन से दिख रही है भाजपा की सीधी टक्कर
यूपी चुनाव में भाजपा की सपा गठबंधन के साथ सीधी टक्कर होती दिख रही है। चुनाव मैदान में भी अभी भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के नेता ही प्रमुखता के साथ दिख रहे हैं। कांग्रेस की महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ही चुनावी मैदान में प्रचार करती दिख रही हैं। उनके अलावा पार्टी का उस स्तर का नेतृत्व यूपी में मेहनत करता नहीं दिख रहा है। वहीं, बसपा प्रमुख मायावती भी अभी तक विधानसभा चुनाव को लेकर एक भी रैली को संबोधित नहीं की हैं। ऐसे में सर्वे का रिजल्ट कुछ इसी तरफ इशारा करता दिख रहा है।

भाजपा-सपा में होगी चुनावी टक्कर
यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच सीधी टक्कर होगी। एनबीटी ऑनलाइन के सर्वे में 67.07 फीसदी लोगों का मानना है कि भाजपा की सीधी लड़ाई सपा के साथ है। पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी चुनाव को दो ध्रुवीय रखने को लेकर जोरदार प्रयास किया है। भाजपा और सपा अपने-अपने वोट बैंक को बंटने न देने के लिए अन्य दलों को मुकाबले से बाहर रखने की कोशिश करते दिखे हैं। सर्वे रिजल्ट इसी परिणाम को दिखा रहा है।

भाजपा को किसी से नहीं मिलेगी टक्कर
सर्वे में भाजपा और सपा के बीच चुनावी लड़ाई मानने वालों के बाद दूसरा एक बड़ा वर्ग है, जो मानता है कि यूपी चुनाव 2022 में भाजपा को किसी भी राजनीतिक दल से कोई टक्कर नहीं मिलेगी। ऐसा मामने वालों की संख्या 29.45 फीसदी है। दरअसल, सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ एंटी इन्कंबैंसी फैक्टर को लेकर लगातार चर्चा होती रही है। इसके बाद भी बड़ी संख्या में ऐसे भी लोग हैं जो पार्टी को सीधे जीत दर्ज करते देखना चाहते हैं।

बसपा से अधिक मजबूत कांग्रेस
बहुजन समाज पार्टी से अधिक कांग्रेस मजबूत है। चुनावी मैदान में कांग्रेस के नेता ही दिख रहे हैं। अभी तक बसपा की ओर से सतीश चंद्र मिश्रा की पार्टी के प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। बसपा प्रमुख मायावती चुनावी मैदान में अब तक नहीं उतरी हैं। इसका भी खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ रहा है। भाजपा की लड़ाई कांग्रेस से हो सकती है, ऐसा मानने वालों की संख्या 1.78 फीसदी है। वहीं, बसपा को भाजपा के साथ लड़ाई में मानने वालों की संख्या 1.70 फीसदी है।

एनबीटी ऑनलाइन के इस पोल में हमारे पाठकों ने हिस्सा लिया है। जाहिर है, इसमें सिर्फ यूपी के लोगों ने हिस्सा नहीं लिया है। देश-विदेश के तमाम पाठकों ने इसमें शिरकत की है। इसके जरिए हमने यूपी चुनाव को लेकर यूपी के साथ-साथ देश के मूड को भांपने की कोशिश की है। ऐसे में देश के लोगों का भी मानना है कि चुनावों में विकास और रोजगार का मुद्दा प्रभावी हो सकता है।

फरवरी से अप्रैल के बीच हो सकते हैं यूपी विधानसभा चुनाव
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) की 403 सीटें हैं। 18वीं विधानसभा के लिए चुनाव फरवरी से अप्रैल के बीच हो सकते हैं। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है। 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। इनमें लगभग 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें 63 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं थीं, जबकि पुरुषों का प्रतिशत करीब 60 फीसदी रहा। चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha) में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया।

वहीं, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में 4 बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती (Mayawati) की बीएसपी (Bahujan Samaj Party ) 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bhartiya Janata Party) के बीच है। भाजपा योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।

यूपी चुनाव में भाजपा को सपा से सीधी टक्कर मिलने की है उम्मीद