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Dharm Sansad Aligarh: अलीगढ़ में होने वाली धर्म संसद स्थगित, मुख्य वक्ताओं में शामिल थे धर्मगुरू यति नरसिंहानंद

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हाइलाइट्सराम लीला मैदान में 22 और 23 को होनी थी धर्म संसदकोविड और चुनाव के चलते हुई रद्दयति नरसिंहानंद मुख्य वक्ताओं में थे शामिलअलीगढ़
अलीगढ़ जिले में 22 और 23 जनवरी को प्रस्तावित ‘धर्म संसद’ (Dharm sansad aligarh) कार्यक्रम कोविड-19 और उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर स्थगित कर दिया गया है। अपर जिलाधिकारी (नगर) राकेश कुमार पटेल की ओर से सोमवार को जारी एक बयान के अनुसार, आगामी 22 और 23 जनवरी को राम लीला मैदान में प्रस्तावित धर्म संसद कोविड और चुनाव के चलते स्थगित किए गए हैं।
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आयोजनकर्ताओं ने संकेत दिए हैं कि वे आगामी 23 जनवरी को अपने संगठन की कोर समिति की बैठक के बाद भविष्य की रणनीति तय करेंगे। गौरतलब है कि ‘सनातन हिंदू सेवा संस्थान’ नामक एक संगठन ने 22 और 23 जनवरी को अलीगढ़ के अचल ताल स्थित रामलीला मैदान में धर्म संसद ((Dharm sansad) के आयोजन का ऐलान किया था। इसके लिए पोस्टर और बैनर प्रकाशित कराए गए थे, जिनमें मुख्य वक्ताओं के तौर पर डासना स्थित शिव शक्ति धाम के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद (Yati narsinghanand), भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद साध्वी प्रज्ञा और पूजा शकुन पांडे की तस्वीरें छापी गई थी। इनके आने की भी चर्चा थी।

हरिद्वार और छत्तीसगढ़ में पूर्व में आयोजित धर्म संसद में एक वर्ग विशेष और महात्मा गांधी के प्रति अपमानजनक टिप्पणियां किए जाने के मद्देनजर अलीगढ़ में धर्म संसद के आयोजन का विरोध किया जा रहा था। आगरा विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर रक्षपाल सिंह की अगुवाई में 15 सदस्यीय एक प्रतिनिधि मंडल ने रविवार को जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें प्रस्तावित धर्म संसद के आयोजन पर रोक लगाने की मांग की गई थी।

हरिद्वार में हुई धर्म सांसद