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UP Chunav: गोरखपुर में योगी को कौन देगा टक्‍कर? अखिलेश ने राधामोहन अग्रवाल को इशारों में दिया ऑफर

हाइलाइट्ससीएम योगी गोरखपुर सीट से लड़ेंगे चुनाव।राधामोहन टिकट कटने के बाद से ही चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन सपा ने उम्मीद नहीं छोड़ी है।गोरखपुर
सीएम योगी को गोरखपुर सदर सीट से चुनाव मैदान में उतार देने से अब सपा उनके सामने मजबूत चेहरा तलाश कर रही है। सपा मुखिया अखिलेश यादव सहित सपा के कई नेता बीजेपी विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल में भी पार्टी की सुखद संभावनाएं टटोल रहे हैं। हालांकि अग्रवाल की तरफ से कोई संकेत न मिलने से सपा सीधे तौर पर उनसे संपर्क करने से बच रही है। वैसे अग्रवाल के बगावत कर चुनाव लड़ने की उम्मीद कम ही है।

आसान नहीं योगी को टक्कर देना
गोरखपुर सीट से मुख्यमंत्री की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद से ही विपक्ष अपनी बिसात बिछाने में जुटा है। आज की तारीख में यह प्रदेश की सबसे हॉट सीट हो चुकी है। इसलिए सभी दल फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं। दलों को भी मालूम है कि मुख्यमंत्री खासकर गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी को मुकाबला देना आसान नहीं है इसलिए उम्मीदवार भी आगे आने में हिचकिचाहट में हैं।

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समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मौजूदा बीजेपी विधायक राधा मोहन अग्रवाल को सीट देने की बात कहकर चर्चा को बल दे दिया है। हालांकि राधामोहन टिकट कटने के बाद से ही चुप्पी साधे हुए हैं। वैसे उन्होंने खुद को बीजेपी का समर्पित कार्यकर्ता बताकर शीर्ष नेतृत्व के फैसले का स्वागत कर इन चर्चाओं पर विराम लगाने की भरसक कोशिश जरूर की है लेकिन सपा ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। सूत्र बता रहे हैं कि एक पूर्व विधायक ने इस बारे में उनसे संपर्क किया था लेकिन राधामोहन ने अनिच्छा जाहिर कर दी।

कई और पर दांव की तैयार
समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता योगी के पुराने शिष्य व हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रहे सुनील सिंह को उम्मीदवार बनाने की वकालत कर रहे हैं। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि सुनील के सामने आने पर योगी समर्थक भी सीधा हमला करने से बचेंगे। माना जा रहा है कि सुनील, योगी की रणनीति से वाकिफ रहे हैं और उन पर योगी सरकार में रासुका तक लगा है। इसलिए वह वोटर के सामने योगी के खिलाफ आग उगलेंगे तो चुनाव जाति या संप्रदाय में नहीं बंट पाएगा। यह भी खबर है कि कांग्रेस एकबार फिर सुनील शास्त्री को मैदान में लाना चाहती है।

वह पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे हैं और 1980 से 1985 गोरखपुर सदर से विधायक भी रह चुके हैं। सुनील शास्त्री के उतारने के पीछे इस सीट पर 45 हजार कायस्थ वोटर पर नज़र है। विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार उतारने की संभावना भी गोरखपुर की फिजा में तैर रही है। सपा के जिलाध्यक्ष अवधेश यादव कहते हैं कि संयुक्त उम्मीदवार पर कोई बात नहीं हुई है। यह निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष का होगा। वैसे सपा मजबूती से योगी को घेरेगी। शहर की बड़ी समस्या जलजमाव और ट्रैफिक जाम आज भी वैसा है जैसा 5 साल पहले था।

राधामोहन अगर आना चाहे तो उनका स्वागत है
गोरखपुर से विधायक राधा मोहन अग्रवाल के सवाल पर सोमवार को अखिलेश ने कहा कि आप लोग बात कीजिए, हम तैयार हैं। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने जब चीफ मिनिस्टर पद की शपथ ली थी तो वहां भी उनको जगह नहीं दी गई थी। बीजेपी में सबसे ज्यादा उनका अपमान हुआ है। अखिलेश ने इशारा किया कि अगर वह(राधामोहन अग्रवाल) चाहे तो उनको गोरखपुर सीट से योगी के खिलाफ चुनाव लड़ा सकते हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर

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