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Editorial :- सावरकर के मुद्दे पर भाजपा-शिवसेना आएंगे साथ

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20 November 2019

वीर सावरकर हिन्दू एकता के ही नहीं बल्कि  भारत की एकता के प्रतीक हैं। वीर सावरकर के सिद्धांतों पर चलकर ही स्वार्थ भावनाओं को त्यागकर भाजपा और शिवसेना साथ आकर महाराष्ट्र मेें सरकार बना सकती है।

आज के समाचार पढऩे के उपरांत ऐसी संभावना लग रही है।

1857 के प्रथम स्वातंत्र्य समर का सनसनीखेज व खोजपूर्ण इतिहास लिखकर ब्रिटिश शासन को हिला कर रख दिया था । १८५७ का इतिहास लिखना ही यह बताता है कि वे राष्ट्र की एकता के प्रतीक हैं। १८५७ का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम भारत की संपूर्ण जनता चाहे वह हिन्दू हों या मुसलमान सभी ने मिलकर लड़ा था।

वीर सावरकर का हिन्दुत्व वही है जो सुप्रीम कोर्ट के जस्टीस वर्मा ने हिंदू-हिन्दुत्व-हिन्दुइज्म पर जो जजमेंट दिया था-11 दिसंबर, 1995 को।  

सावरकर को भारत रत्न के मुद्दे पर दोनों दल एकमत थे, अब कयास लग रहे हैं कि यही मसला उन्हें एक बार फिर से करीब ला सकता है। खासतौर पर तब जबकि शरद पवार ने शिवसेना संग सरकार बनाने को लेकर कुछ भी स्पष्ट कहने से इनकार कर दिया है।

<शिवसेना की ओर से सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की मांग दोहराने से असहज हो सकती है कांग्रेस

<बीजेपी ने घोषणा पत्र में किया था जिक्र, शिवसेना ने तब भी किया था समर्थन। महाराष्ट्र की राजनीति में सम्मानित रहे हैं सावरकर

<सोनिया से मुलाकात के बाद पवार के बयान ने बढ़ाया है सस्पेंस, भागवत भी कह चुके हैं, आपसी विवाद में नुकसान की बात

भागवत ने भी दिया, दोस्ती का संदेश

चुनाव नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना कई बार आरएसएस से यह अपील कर चुकी थी कि वह सरकार गठन में दखल दे। मंगलवार को आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने इस पर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा, लेकिन इशारों में बड़ी बात कह गए। उन्होंने कहा कि स्वार्थ से कुछ हासिल नहीं होता। ‘सब जानते हैं कि आपस में झगड़ा करने से दोनों की हानि होती है लेकिन आपस में झगड़ा करने की बात अभी तक बंद नहीं हुई।Ó

महाराष्ट्र में सावरकर का है बड़ा सम्मान

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवाजी के बाद हिंदुत्व की पैरोकारी करने वाले राजनीतिक और सामाजिक संगठन वीर सावरकर का सबसे ज्यादा नाम लेते हैं। मराठी मानुष की राजनीति करने वाली शिवसेना के लिए वीर सावरकर बेहद अहम हैं, जो उसके द्वारा हिंदुत्व और मराठा प्राइड दोनों के ही प्रतिनिधि माने जाते रहे हैं।

><           सरकार ने कहा कि भारत रत्न के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की जरूरत नहीं है

><           महाराष्ट्र चुनाव के दौरान बीजेपी ने घोषणापत्र में कहा था कि सावरकर को भारत रत्न दिलाने की सिफारिश करेगी

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